हरिद्वार: भारतीय किसान यूनियन (भानु) का तीन दिवसीय राष्ट्रीय अधिवेशन और चिंतन शिविर अलकनंदा घाट पर शुरू हो चुका है. इसमें शिरकत करने के लिए बड़ी संख्या में किसान धर्मनगरी पहुंचे हैं. इसी बीच भारतीय किसान यूनियन भानु के राष्ट्रीय अध्यक्ष ठाकुर भानु प्रताप सिंह ने केंद्र सरकार से किसान आयोग का गठन करने की मांग उठाई है. साथ ही उन्होंने आयोग का अध्यक्ष और सदस्य किसानों को बनाने की मांग की है, ताकि वे अपनी फसल का लागत मूल्य सरकार को बता सकें.
भारतीय किसान यूनियन भानु के राष्ट्रीय अध्यक्ष ठाकुर भानु प्रताप सिंह ने कहा कि केंद्र सरकार 2024 से पहले किसान आयोग का गठन करे और किसानों का कर्जा माफ करे. यदि किसी किसान की दुर्घटना में मौत होती है, तो उसे एक करोड़ रुपये, पुलिसकर्मी की मौत होती है, तो उसे दो करोड़ रुपये, पत्रकार की मौत होती है, तो चार करोड़ रुपये और सैन्य कर्मी की मौत होती है, तो उसे 5 करोड़ रुपये मुआवजे के रूप में दिया जाना चाहिए.
ठाकुर भानु प्रताप सिंह ने कहा कि किसानों का पूर्णतया कर्जा माफ होना चाहिए, क्योंकि इससे पहले भी सरकार ने वादा किया था कि वह किसानों का कर्जा माफ करेगी, लेकिन सिर्फ ₹100,000 (एक लाख) माफ किए गए हैं. इस कारण आहत होकर मेरे बेटे ने भी आत्महत्या कर ली थी. उन्होंने कहा कि यदि सरकार द्वारा उनकी मांगों को 2024 से पहले पूरा किया जाता है, तो भाजपा का सहयोग किया जाएगा, वरना चुनाव में विरोध किया जाएगा.
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