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हरिद्वार में आनंद गिरि के सील हुए आश्रम में चोरी, पुलिस की मुस्तैदी पर उठे सवाल

प्रयागराज की नैनी जेल में बंद महंत नरेंद्र गिरि की हत्या के आरोपी आनंद गिरी, आद्या तिवारी और उसके बेटे संदीप तिवारी से सीबीआई टीम लगातार पूछताछ कर रही है. इधर, चोरों ने हरिद्वार स्थित आनंद गिरि के सील आश्रम को खंगाल दिया. हालांकि, चोरी के सामान के साथ एक आरोपी गिरफ्तार कर लिया गया है.

anand giri ashram
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Published : Sep 29, 2021, 3:48 PM IST

हरिद्वारः श्यामपुर स्थित आनंद गिरि के सील हो चुके आश्रम में चोरी की घटना सामने आई है. मामले में पुलिस ने चोर को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है. पुलिस की मानें तो आरोपी युवक के पास से पानी की मोटर और जूसर बरामद हुआ है. वहीं, हाई प्रोफाइल मामले से जुड़े आश्रम में चोरी होने से पुलिस की सुरक्षा व्यवस्था और मुस्तैदी पर सवाल खड़े हो रहे हैं.

बता दें कि बीते 22 सितंबर को हरिद्वार-रुड़की विकास प्राधिकरण ने आश्रम को सील कर दिया था. तब से आश्रम में कोई नहीं रहता है, लेकिन चोरों ने इस आश्रम को खंगाल दिया. हालांकि, चोर सामान समेत पुलिस के हत्थे चढ़ गया है. वहीं, आश्रम में चोरी के मामले पर हरिद्वार पुलिस कुछ भी कहने से बच रही है. स्थानीय लोगों के मुताबिक, आए दिन इस इलाके में चोरी की घटनाएं होती रहती हैं. ऐसे में बंद पड़े आश्रम में चोरी होना कोई नई बात नहीं है. ऐसे में पुलिस की मुस्तैदी और कार्यशैली पर कई सवाल उठ रहे हैं.

ये भी पढ़ेंः नरेंद्र गिरि मौत मामले में फंसे आनंद गिरि की मुश्किलें बढ़ीं, हरिद्वार आश्रम दूसरी बार सीज

बता दें कि अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष महंत नरेंद्र गिरि ने बीती 20 सितंबर को प्रयागराज स्थित बाघम्बरी पीठ में फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली थी. महंत नरेंद्र गिरि ने आत्महत्या से पहले सुसाइड नोट भी लिखा था. इस सुसाइड नोट के आधार पर महंत नरेंद्र गिरि के चेले आनंद गिरि, मंदिर के पुजारी आद्या प्रसाद और आद्या प्रसाद के पुत्र संदीप प्रसाद को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है.

ये भी पढ़ेंः महंत नरेंद्र गिरि सुसाइड केस: पहला वीडियो आया सामने, पुलिस पहुंची तो यह था नजारा

अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद (Akhil Bharatiya Akhara Parishad) के अध्यक्ष नरेंद्र गिरि (Mahant Narendra Giri) की मौत के मामले में फंसे आनंद गिरि की मुश्किलें बढ़ती जा रही हैं. उधर, प्रयागराज में सीबीआई नरेंद्र गिरि मौत मामले की जांच में जुटी हुई है. उम्मीद जताई जा रही है कि सीबीआई आनंद गिरि को उनके आश्रम भी लेकर पहुंच सकती है, लेकिन यहां आश्रम को चोर पहले ही खंगाल चुके हैं.

ये भी पढ़ेंः संत, संपत्ति और साजिश का देवभूमि से गठजोड़, अब तक 22 संतों ने गंवाई जान

गौर हो कि आनंद गिरि का आश्रम हरिद्वार के गाजीवाली इलाके में है. बीते 13 मई को भी हरिद्वार-रुड़की विकास प्राधिकरण ने आश्रम के निर्माण को नियम विरुद्ध बताते हुए सील किया था. बावजूद इसके आनंद गिरि आश्रम का निर्माण कार्य कर रहे थे और हरिद्वार-रुड़की विकास प्राधिकरण को इसकी जानकारी तक नहीं थी. जिसके बाद बीते 22 सितंबर को हरिद्वार-रुड़की विकास प्राधिकरण ने आनंद गिरि के निर्माणाधीन आश्रम को सील कर दिया था.

ये भी पढ़ेंः राजसी ठाठ-बाट के लिए चर्चित आनंद गिरि खा रहा जेल की दाल-रोटी, आईजी केपी सिंह से बताया जान का खतरा

हरिद्वार-रुड़की विकास प्राधिकरण को इसकी जानकारी उस समय लगी जब नरेंद्र गिरि की मौत मामले में यूपी पुलिस आनंद गिरि को गिरफ्तार करने उनसे आश्रम में पहुंची थी. इसके बाद प्राधिकरण की टीम हरकत में आई और आनंद गिरि के निर्माणाधीन आश्रम को दोबारा से सील कर दिया. जबकि, इससे पहले प्राधिकरण की ओर से सीलिंग नहीं हटाई गई थी. बावजूद इसके आनंद गिरि ने आश्रम का निर्माण कार्य शुरू कर दिया था.

हरिद्वारः श्यामपुर स्थित आनंद गिरि के सील हो चुके आश्रम में चोरी की घटना सामने आई है. मामले में पुलिस ने चोर को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है. पुलिस की मानें तो आरोपी युवक के पास से पानी की मोटर और जूसर बरामद हुआ है. वहीं, हाई प्रोफाइल मामले से जुड़े आश्रम में चोरी होने से पुलिस की सुरक्षा व्यवस्था और मुस्तैदी पर सवाल खड़े हो रहे हैं.

बता दें कि बीते 22 सितंबर को हरिद्वार-रुड़की विकास प्राधिकरण ने आश्रम को सील कर दिया था. तब से आश्रम में कोई नहीं रहता है, लेकिन चोरों ने इस आश्रम को खंगाल दिया. हालांकि, चोर सामान समेत पुलिस के हत्थे चढ़ गया है. वहीं, आश्रम में चोरी के मामले पर हरिद्वार पुलिस कुछ भी कहने से बच रही है. स्थानीय लोगों के मुताबिक, आए दिन इस इलाके में चोरी की घटनाएं होती रहती हैं. ऐसे में बंद पड़े आश्रम में चोरी होना कोई नई बात नहीं है. ऐसे में पुलिस की मुस्तैदी और कार्यशैली पर कई सवाल उठ रहे हैं.

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बता दें कि अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष महंत नरेंद्र गिरि ने बीती 20 सितंबर को प्रयागराज स्थित बाघम्बरी पीठ में फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली थी. महंत नरेंद्र गिरि ने आत्महत्या से पहले सुसाइड नोट भी लिखा था. इस सुसाइड नोट के आधार पर महंत नरेंद्र गिरि के चेले आनंद गिरि, मंदिर के पुजारी आद्या प्रसाद और आद्या प्रसाद के पुत्र संदीप प्रसाद को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है.

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अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद (Akhil Bharatiya Akhara Parishad) के अध्यक्ष नरेंद्र गिरि (Mahant Narendra Giri) की मौत के मामले में फंसे आनंद गिरि की मुश्किलें बढ़ती जा रही हैं. उधर, प्रयागराज में सीबीआई नरेंद्र गिरि मौत मामले की जांच में जुटी हुई है. उम्मीद जताई जा रही है कि सीबीआई आनंद गिरि को उनके आश्रम भी लेकर पहुंच सकती है, लेकिन यहां आश्रम को चोर पहले ही खंगाल चुके हैं.

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गौर हो कि आनंद गिरि का आश्रम हरिद्वार के गाजीवाली इलाके में है. बीते 13 मई को भी हरिद्वार-रुड़की विकास प्राधिकरण ने आश्रम के निर्माण को नियम विरुद्ध बताते हुए सील किया था. बावजूद इसके आनंद गिरि आश्रम का निर्माण कार्य कर रहे थे और हरिद्वार-रुड़की विकास प्राधिकरण को इसकी जानकारी तक नहीं थी. जिसके बाद बीते 22 सितंबर को हरिद्वार-रुड़की विकास प्राधिकरण ने आनंद गिरि के निर्माणाधीन आश्रम को सील कर दिया था.

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हरिद्वार-रुड़की विकास प्राधिकरण को इसकी जानकारी उस समय लगी जब नरेंद्र गिरि की मौत मामले में यूपी पुलिस आनंद गिरि को गिरफ्तार करने उनसे आश्रम में पहुंची थी. इसके बाद प्राधिकरण की टीम हरकत में आई और आनंद गिरि के निर्माणाधीन आश्रम को दोबारा से सील कर दिया. जबकि, इससे पहले प्राधिकरण की ओर से सीलिंग नहीं हटाई गई थी. बावजूद इसके आनंद गिरि ने आश्रम का निर्माण कार्य शुरू कर दिया था.

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