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रुड़की पहुंची स्वर्णिम विजय मशाल, 1971 के शहीदों को दी श्रद्धांजलि - 1971 में हुई विजय को स्वर्णिम विजय दिवस के रूप में मनाया जा रहा

1971 के भारत-पाक युद्ध की 50वीं वर्षगांठ पर दिल्ली से देश की चारों दिशाओं में रवाना की गई स्वर्णिम विजय मशाल रुड़की छावनी बीईजी सेंटर हैडक्वार्टर पहुंची. जहां पर जवानों ने मशाल का गर्मजोशी के साथ स्वागत किया.

roorkee vijay mashal news
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Published : Feb 1, 2021, 10:41 PM IST

रुड़की: प्रधामंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा 1971 के भारत-पाक युद्ध की 50वीं वर्षगांठ पर दिल्ली से देश की चारों दिशाओं में चार स्वर्णिम विजय मशाल रवाना की गई हैं. ऐसे में आज इस कड़ी में स्वर्णिम विजय मशाल रुड़की छावनी बीईजी सेंटर हैडक्वार्टर पहुंची. जहां बेहद गर्मजोशी के साथ मशाल का सैन्य अफसरों और जवानों ने स्वागत किया.

दरअसल, 16 दिसंबर को दिल्ली स्थित नेशनल वॉर मेमोरियल में शहीदों को श्रद्धांजलि देने के बाद पीएम नरेंद्र मोदी ने स्वर्णिम विजय मशाल को रवाना किया था. इसके जरिए देश के लोगों को भारतीय वीरों का पराक्रम याद दिलाया जाएगा. आज स्वर्णिम विजय मशाल रुड़की छावनी बीईजी सेंटर हैडक्वार्टर पहुंची. जहां सैन्य सम्मान के साथ इसे रिसीव कर आर्मी कैंट परिसर के अंदर लाया गया और सलामी देकर क्वार्टर गार्ड में बनाए स्पेशल पोडियम पर रख दिया गया. इस कार्यक्रम में रुड़की नगर विधायक प्रदीप बत्रा और रुड़की ज्वाइंट मजिस्ट्रेट नमामी बंसल मौजूद रहीं.

1971 के शहीदों को दी श्रद्धांजलि.

आपको बता दें कि 1971 में हुई भारत पाक युद्ध में भारत की विजय की 50वीं वर्षगाठ के उपलक्ष्य में देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने चार स्वर्णिम विजय मशाल देश की चारों दिशाओं में रवाना की. जिसमें से एक मशाल उत्तरभारत के लिए बरेली, हल्द्वानी, पिथौरागढ़, नैनीताल, लैन्सडाउन, जोशीमठ, रुद्रप्रयाग होती हुई रुड़की छावनी बीईजी सेंटर हैडक्वार्टर पहुंची. जहां सेना के उच्चाधिकारियों, जनप्रतिनिधियों व प्रशासनिक अधिकारियों ने मशाल को सलामी दी.

ये भी पढ़ेंः बजट में उत्तराखंड को ग्रीन बोनस नहीं मिलने पर इंदिरा हृदयेश निराश

वहीं, मशाल लेकर आए टीम लीडर दिलीप सिंह ने बताया 1971 के युद्ध में भारत की 50वीं विजय वर्षगांठ पर देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने चार स्वर्णिम विजय मशाल देश की चारो दिशाओं के लिए रवाना की थी. जिसमें से एक मशाल वह उत्तरभारत के लिए लेकर रवाना हुए थे, जिसे विभिन्न जगहों से होते हुए आज रुड़की छावनी बीईजी सेंटर लाया गया है. मशाल का उद्देश्य 1971 में वीर जवानों की शहादत को सम्मान करना है. कार्यक्रम में पहुंचे नगर विधायक प्रदीप बत्रा ने बताया ये पूरे देश के लिए गौरव की बात है कि आज देश के प्रधानमंत्री के नेतृत्व में 1971 में हुई विजय को स्वर्णिम विजय दिवस के रूप में मनाया जा रहा है. ये शहीदों को सच्ची श्रद्धांजलि है.

रुड़की: प्रधामंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा 1971 के भारत-पाक युद्ध की 50वीं वर्षगांठ पर दिल्ली से देश की चारों दिशाओं में चार स्वर्णिम विजय मशाल रवाना की गई हैं. ऐसे में आज इस कड़ी में स्वर्णिम विजय मशाल रुड़की छावनी बीईजी सेंटर हैडक्वार्टर पहुंची. जहां बेहद गर्मजोशी के साथ मशाल का सैन्य अफसरों और जवानों ने स्वागत किया.

दरअसल, 16 दिसंबर को दिल्ली स्थित नेशनल वॉर मेमोरियल में शहीदों को श्रद्धांजलि देने के बाद पीएम नरेंद्र मोदी ने स्वर्णिम विजय मशाल को रवाना किया था. इसके जरिए देश के लोगों को भारतीय वीरों का पराक्रम याद दिलाया जाएगा. आज स्वर्णिम विजय मशाल रुड़की छावनी बीईजी सेंटर हैडक्वार्टर पहुंची. जहां सैन्य सम्मान के साथ इसे रिसीव कर आर्मी कैंट परिसर के अंदर लाया गया और सलामी देकर क्वार्टर गार्ड में बनाए स्पेशल पोडियम पर रख दिया गया. इस कार्यक्रम में रुड़की नगर विधायक प्रदीप बत्रा और रुड़की ज्वाइंट मजिस्ट्रेट नमामी बंसल मौजूद रहीं.

1971 के शहीदों को दी श्रद्धांजलि.

आपको बता दें कि 1971 में हुई भारत पाक युद्ध में भारत की विजय की 50वीं वर्षगाठ के उपलक्ष्य में देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने चार स्वर्णिम विजय मशाल देश की चारों दिशाओं में रवाना की. जिसमें से एक मशाल उत्तरभारत के लिए बरेली, हल्द्वानी, पिथौरागढ़, नैनीताल, लैन्सडाउन, जोशीमठ, रुद्रप्रयाग होती हुई रुड़की छावनी बीईजी सेंटर हैडक्वार्टर पहुंची. जहां सेना के उच्चाधिकारियों, जनप्रतिनिधियों व प्रशासनिक अधिकारियों ने मशाल को सलामी दी.

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वहीं, मशाल लेकर आए टीम लीडर दिलीप सिंह ने बताया 1971 के युद्ध में भारत की 50वीं विजय वर्षगांठ पर देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने चार स्वर्णिम विजय मशाल देश की चारो दिशाओं के लिए रवाना की थी. जिसमें से एक मशाल वह उत्तरभारत के लिए लेकर रवाना हुए थे, जिसे विभिन्न जगहों से होते हुए आज रुड़की छावनी बीईजी सेंटर लाया गया है. मशाल का उद्देश्य 1971 में वीर जवानों की शहादत को सम्मान करना है. कार्यक्रम में पहुंचे नगर विधायक प्रदीप बत्रा ने बताया ये पूरे देश के लिए गौरव की बात है कि आज देश के प्रधानमंत्री के नेतृत्व में 1971 में हुई विजय को स्वर्णिम विजय दिवस के रूप में मनाया जा रहा है. ये शहीदों को सच्ची श्रद्धांजलि है.

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