ETV Bharat / state

स्वामी शिवानंद ने प्रशासन को दी चेतावनी, कहा- हाथियों को मारा तो जाएंगे कोर्ट

मातृ सदन साफ कर चुका है कि वन विभाग या ग्रामीणों ने हाथियों को किसी तरह से भी नुकसान पहुंचाने की कोशिश की तो उनके खिलाफ कोर्ट जाएंगे.

author img

By

Published : Nov 4, 2019, 4:41 PM IST

Updated : Nov 4, 2019, 7:09 PM IST

स्वामी शिवानंद

हरिद्वार: मातृ सदन के परमाध्यक्ष स्वामी शिवानंद ने पंजनहेड़ी गांव में शनिवार को हाथी के हमले में मारे गए दोनों लोगों को एक-एक करोड़ रुपए मुआवजा देने की मांग की है. साथ ही उन्होंने इसके लिए जिला प्रशासन, वन विभाग और खनन माफिया को जिम्मेदार ठहराया है. इतना ही नहीं स्वामी शिवानंद ने चेतावनी दी है कि यदि वन विभाग और ग्रामीणों ने हाथियों को मारने के प्रयास किया तो मातृ सदन उनके खिलाफ कोर्ट जाएगा.

पढ़ें- कार नहीं मिलने पर पति हुआ नाराज, तीन तलाक देकर पत्नी को कार से दिया धक्का

स्वामी शिवानंद ने कहा कि मुआवजे की वसूली भी जिला प्रशासन, वन विभाग और खनन माफिया से की जाए. उन्होंने कहा कि जंगली हाथियों के टापूओं को जिला प्रशासन की मिलीभगत से खनन माफिया ने खत्म कर दिया है. इन टापुओं पर हाथियों का चारा हुआ करता था. अब टापुओं पर चारा नहीं मिलने से हाथी आबादी की ओर रुख कर रहे है.

स्वामी शिवानंद ने प्रशासन को दी चेतावनी

इसके अलावा उन्होंने जंगली हाथियों को न मारने की अपील भी की. उन्होंने चेतावनी दी है कि यदि वन विभाग या कोई भी ग्रामीण हाथियों की हत्या करने का प्रयास करेगा तो मातृ सदन उसके खिलाफ कोर्ट जाएगा.

हरिद्वार: मातृ सदन के परमाध्यक्ष स्वामी शिवानंद ने पंजनहेड़ी गांव में शनिवार को हाथी के हमले में मारे गए दोनों लोगों को एक-एक करोड़ रुपए मुआवजा देने की मांग की है. साथ ही उन्होंने इसके लिए जिला प्रशासन, वन विभाग और खनन माफिया को जिम्मेदार ठहराया है. इतना ही नहीं स्वामी शिवानंद ने चेतावनी दी है कि यदि वन विभाग और ग्रामीणों ने हाथियों को मारने के प्रयास किया तो मातृ सदन उनके खिलाफ कोर्ट जाएगा.

पढ़ें- कार नहीं मिलने पर पति हुआ नाराज, तीन तलाक देकर पत्नी को कार से दिया धक्का

स्वामी शिवानंद ने कहा कि मुआवजे की वसूली भी जिला प्रशासन, वन विभाग और खनन माफिया से की जाए. उन्होंने कहा कि जंगली हाथियों के टापूओं को जिला प्रशासन की मिलीभगत से खनन माफिया ने खत्म कर दिया है. इन टापुओं पर हाथियों का चारा हुआ करता था. अब टापुओं पर चारा नहीं मिलने से हाथी आबादी की ओर रुख कर रहे है.

स्वामी शिवानंद ने प्रशासन को दी चेतावनी

इसके अलावा उन्होंने जंगली हाथियों को न मारने की अपील भी की. उन्होंने चेतावनी दी है कि यदि वन विभाग या कोई भी ग्रामीण हाथियों की हत्या करने का प्रयास करेगा तो मातृ सदन उसके खिलाफ कोर्ट जाएगा.

Intro:
एंकर:- गँगा की निर्मलता और अविरलता के लिए काम करने वाली संस्था ने जंगली हाथियों के हमले में हुई ग्रामीणों की मौत के लिए जिला प्रशासन और खनन माफियाओं को जिम्मेदार ठहराया है। मातृ सदन के परमाध्यक्ष स्वामी शिवानंद ने दोनों मृतकों को एक एक करोड़ रुपये मुआवजा दिए जाने की माँग भी की और इस मुआवजे की वसूली जिला प्रशासन, वन विभाग और खनन माफियाओं से कराए जाने की बात कही है। साथ ही उन्होंने हाथियों को न मारने की अपील की और चेतावनी दी है कि यदि वन विभाग और ग्रामीण हाथियों को मारने का प्रयास करेंगे तो मातृ सदन उसके खिलाफ कोर्ट जाएगा।Body:
वीओ:- गौरतलब है कि दो दिन पूर्व हरिद्वार वन विभाग से सटे गाँवों में जंगली हाथियों के झुंड ने दो ग्रामीणों को मौत के घाट उतार डाला। हरिद्वार की धार्मिक संस्था मातृ सदन के परमाध्यक्ष स्वामी शिवानंद ने इन मौतों के लिए जिला प्रशासन और खनन माफियाओं को जिम्मेदार ठहराया है। प्रेस वार्ता कर स्वामी शिवानंद ने कहा कि जंगली हाथियों के टापूओं को जिला प्रशासन की मिलीभगत से खनन माफियाओं ने खत्म कर दिया है, इन टापुओं पर हाथियों का चारा हुआ करता था। अब इन टापूओं पर चारा न मिलने से हाथी आबादी का रुख कर रहे है। हालांकि स्वामी शिवानंद ने मृतकों के लिए एक करोड़ रुपये मुआवजे की माँग की है और इस एक करोड़ रुपये की वसूली जिला प्रशासन, वन विभाग और खनन माफियाओ से की जाने की बात कही।
वही स्वामी शिवानंद ने जंगली हाथियों को न मारने की अपील भी की। उन्होंने चेतावनी दी है कि यदि वन विभाग या कोई भी ग्रामीण हाथियों की हत्या करने का प्रयास भी करेगा तो मातृ सदन उसके खिलाफ कोर्ट जाएगा और सुप्रीम कोर्ट तक जाएगा।
Conclusion:
बाइट:- स्वामी शिवानंद, परमाध्यक्ष, मातृ सदन, हरिद्वार
Last Updated : Nov 4, 2019, 7:09 PM IST
ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.