हरिद्वार: जिला अस्पताल हरिद्वार में इलाज के दौरान एक युवती की मौत हो गई. परिजनों ने डॉक्टरों पर लापरवाही का आरोप लगाया है. परिजनों की मानें तो युवती को बुखार के साथ गले में कुछ समस्या थी. हालांकि जिला प्रशासन ने मृतक युवती के परिजनों को घर में ही क्वारंटाइन कर दिया है. परिजनों का आरोप है कि युवती की मौत से 24 घंटे बाद भी अभीतक उनके सैंपल नहीं लिए गए हैं.
जानकारी के अनुसार ज्वालापुर में एक किशोरी पिछले कई दिनों से बीमार थी. उसे बुखार के साथ गले में भी कुछ समस्या थी. रविवार शाम को तबीयत ज्यादा बिगड़ने पर परिजन उसे एक निजी अस्पताल में लेकर गए, जहां डॉक्टरों ने उसे जिला अस्पताल के लिए रेफर कर दिया. जिला अस्पताल में इलाज के दौरान युवती की मौत हो गई है.
सोमवार की दोपहर बाद किशोरी का अंतिम संस्कार किया गया. किशोरी के परिजन का कहना है कि किशोरी की कुछ दिनों से तबीयत खराब थी. शहर के ही एक प्राइवेट अस्पताल में उसका इलाज चल रहा था. रविवार रात को अचानक युवती की तबीयत ज्यादा खराब हो गई थी. जिसके बाद परिजन उसे निजी अस्पताल लेकर गए, लेकिन उन्होंने युवती की देखने से मना कर दिया और जिला अस्पताल के लिए रेफर कर दिया.
पढ़ें- सोशल डिस्टेंसिंग को लेकर निगम ने कसी कमर, व्यवसायियों ने भी बढ़ाए मदद के हाथ
परिजनों के मुताबिक जिला अस्पताल में महिला डॉक्टर ने कहा कि युवती बिल्कुल ठीक है. उसमें कोरोना वायरस के कोई लक्ष्ण नहीं हैं. लेकिन उसकी तबीयत काफी खराब थी. इसके बाद उसकी मौत हो गई.
परिजनों ने बताया कि इसके बाद स्वास्थ्य विभाग ने उन्हें घर में ही क्वारंटाइन कर दिया है. परिजनों ने डॉक्टरों पर लापरवाही का आरोप लगाया है.
हरिद्वार जिलाधिकारी सी रविशंकर का कहना है कि उन्हें इसकी जानकारी मिली है. अगर यह मामला सही पाया जाता है तो इस मामले में जांच की जाएगी. जांच में मामला सही पाया गया तो दोषी के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी. मृतक युवती के परिजनों का सैंपल लिया गया है या नहीं इसकी जानकारी सीएमओ से ली जाएगी. अगर सैंपल नहीं लिया गया होगा तो तुरंत लिया जाएगा.