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बकाया भुगतान ना होने से परेशान गन्ना किसान, उग्र आंदोलन की दी चेतावनी

जिले में किसानों को लम्बे समय से गन्ना भुगतान नहीं मिल पाया है. जिस वजह से किसानों के समाने रोजी रोटी का संकट खड़ा हो गया है. वहीं, जिले में तीन शुगर मिलों में से दो शुगर मिलों का पेराई सत्र भी शुरू हो गया है. बावजूद इसके किसानों को उनके बकाया का भुगतान नहीं किया गया है.

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बकाया भुगतान ना मिलने से किसान परेशान
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Published : Dec 4, 2019, 7:22 PM IST

रुड़की: हरिद्वार जिले में किसान बड़ी संख्या में खेती कर अपनी रोजी-रोटी चलाते हैं. साथ ही प्रदेश में सबसे हरिद्वार से ही गन्ने का उत्पादन किया जाता है, लेकिन जिले की तीनों शुगर मिल से जुड़े किसानों को लंबे समय से करोड़ों का बकाया भुगतान रुका हुआ है. जिस कारण किसानों को भारी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है.

गौरतलब है कि जिले में किसानों को लम्बे समय से गन्ना भुगतान नहीं मिल पाया है. जिस वजह से किसानों के समाने रोजी रोटी का संकट खड़ा हो गया है. वहीं, जिले में तीन शुगर मिलों में से दो शुगर मिलों का पेराई सत्र भी शुरू हो गया है. बावजूद इसके किसानों को उनके बकाया का भुगतान नहीं हुआ है. बताया जा रहा है कि पिछले दो सालों से इकबालपुर शुगर मिल पर किसानों का लगभग 218 करोड़ रुपये बकाया है.

पढ़ें: नौसेना दिवस : वॉर मेमोरियल पर सैनिकों को श्रद्धांजलि, राष्ट्रपति-उपराष्ट्रपति, और PM मोदी ने शुभकामनायें दी

वहीं, इस मामले में किसानों का कहना है कि जब तक बकाया भुगतान नहीं मिलेगा तब तक मिलों को नहीं चलने दिया जायेगा और ना ही वे पेराई सत्र शुरू होने देंगे. किसानों का आरोप है कि सरकार बदले की भावना से काम कर रही है. कई बार धरना प्रदर्शन के बावजूद भी शुगर मिल मालिकों पर सरकार ने कोई दबाव नहीं बनाया है. वहीं, अभीतक किसानों के गन्ने की फसल खेतों में खड़ी है. जिसके चलते वे गेहूं की बुवाई भी नहीं कर पाए हैं. किसानों ने चेतावनी देते हुए कहा कि अगर जल्द ही उन्हें बकाया का भुगतान नहीं किया गया तो वे उग्र आंदोलन के लिए बाध्य होंगे.

रुड़की: हरिद्वार जिले में किसान बड़ी संख्या में खेती कर अपनी रोजी-रोटी चलाते हैं. साथ ही प्रदेश में सबसे हरिद्वार से ही गन्ने का उत्पादन किया जाता है, लेकिन जिले की तीनों शुगर मिल से जुड़े किसानों को लंबे समय से करोड़ों का बकाया भुगतान रुका हुआ है. जिस कारण किसानों को भारी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है.

गौरतलब है कि जिले में किसानों को लम्बे समय से गन्ना भुगतान नहीं मिल पाया है. जिस वजह से किसानों के समाने रोजी रोटी का संकट खड़ा हो गया है. वहीं, जिले में तीन शुगर मिलों में से दो शुगर मिलों का पेराई सत्र भी शुरू हो गया है. बावजूद इसके किसानों को उनके बकाया का भुगतान नहीं हुआ है. बताया जा रहा है कि पिछले दो सालों से इकबालपुर शुगर मिल पर किसानों का लगभग 218 करोड़ रुपये बकाया है.

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वहीं, इस मामले में किसानों का कहना है कि जब तक बकाया भुगतान नहीं मिलेगा तब तक मिलों को नहीं चलने दिया जायेगा और ना ही वे पेराई सत्र शुरू होने देंगे. किसानों का आरोप है कि सरकार बदले की भावना से काम कर रही है. कई बार धरना प्रदर्शन के बावजूद भी शुगर मिल मालिकों पर सरकार ने कोई दबाव नहीं बनाया है. वहीं, अभीतक किसानों के गन्ने की फसल खेतों में खड़ी है. जिसके चलते वे गेहूं की बुवाई भी नहीं कर पाए हैं. किसानों ने चेतावनी देते हुए कहा कि अगर जल्द ही उन्हें बकाया का भुगतान नहीं किया गया तो वे उग्र आंदोलन के लिए बाध्य होंगे.

Intro:नोट विजुअल मेल द्वारा भेज दिए गए हैं जबकि स्क्रिप्ट आप ही से लेने का कष्ट करें धन्यवाद


summary


उत्तराखंड में हरिद्वार जिला आगर कृषि के हिसाब से देखा जाए तो मुख्य रूप से हरिद्वार जिले में ही किसान बड़ी संख्या में खेती करते हैं और अपना जीवन गुजर-बसर कर ज्ञापन करते हैं हरिद्वार जिले में 320 हैं जिसमें बड़ी संख्या में क्षेत्र के किसानों का गन्ना जाता है जिले की तीनों शुगर मिल से जुड़े किसानों का पिछले लंबे समय से करोड़ों रुपए बकाया गन्ना भुगतान रुका हुआ है जिसके कारण किसानों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है वहीं पराई सत्र भी दो शुगर मिल में शुरू हो चुका है जबकि एक शुगर मिल में पेराई सत्र शुरू नहीं हो पाया है


Body:गौरतलब है कि जिले में स्थित तीन शुगर मिलों में से दो शुगर मिलों में सत्र का पेराई सत्र शुरू हो गया है जबकि इकबालपुर स्थित शुगर मिल का सत्र अभी शुरू नहीं हो पाया है और अकेले इकबालपुर शुगर मिल पर ही किसानों का लगभग 218 करोड रूपया अभी पिछले 2 साल से बकाया है किसानों का कहना है कि जब तक बकाया भुगतान नहीं हो जाता तब तक हम मिलो को चलने नहीं देंगे और नहीं पढ़ाई सत्र शुरू होने देंगे किसानों ने सरकार पर भी बदले की भावना से काम करने का आरोप लगाते हुए कहा कि कई बार शुगर मिल मालिकों और सरकार पर दबाव बनाने के लिए धरना प्रदर्शन भी किया गया मगर सबकी इन पर इनके द्वारा अनदेखी की गई इसलिए आज इन सबके चलते ही किसान भुखमरी की कगार पर है अभी तक किसानों के गन्ने की फसल खड़ी है जिसके चलते गेहूं की फसल की बुवाई भी नहीं हो पाई है इसलिए आज किसान परेशान घूम रहा है किसानों ने चेतावनी देते हुए कहा कि अगर जल्दी उनका भुगतान नहीं होता तो वह जल्द ही बड़ा आंदोलन कर अपना हक लेकर रहेंगे

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