रुड़की: हरिद्वार जिले में किसान बड़ी संख्या में खेती कर अपनी रोजी-रोटी चलाते हैं. साथ ही प्रदेश में सबसे हरिद्वार से ही गन्ने का उत्पादन किया जाता है, लेकिन जिले की तीनों शुगर मिल से जुड़े किसानों को लंबे समय से करोड़ों का बकाया भुगतान रुका हुआ है. जिस कारण किसानों को भारी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है.
गौरतलब है कि जिले में किसानों को लम्बे समय से गन्ना भुगतान नहीं मिल पाया है. जिस वजह से किसानों के समाने रोजी रोटी का संकट खड़ा हो गया है. वहीं, जिले में तीन शुगर मिलों में से दो शुगर मिलों का पेराई सत्र भी शुरू हो गया है. बावजूद इसके किसानों को उनके बकाया का भुगतान नहीं हुआ है. बताया जा रहा है कि पिछले दो सालों से इकबालपुर शुगर मिल पर किसानों का लगभग 218 करोड़ रुपये बकाया है.
वहीं, इस मामले में किसानों का कहना है कि जब तक बकाया भुगतान नहीं मिलेगा तब तक मिलों को नहीं चलने दिया जायेगा और ना ही वे पेराई सत्र शुरू होने देंगे. किसानों का आरोप है कि सरकार बदले की भावना से काम कर रही है. कई बार धरना प्रदर्शन के बावजूद भी शुगर मिल मालिकों पर सरकार ने कोई दबाव नहीं बनाया है. वहीं, अभीतक किसानों के गन्ने की फसल खेतों में खड़ी है. जिसके चलते वे गेहूं की बुवाई भी नहीं कर पाए हैं. किसानों ने चेतावनी देते हुए कहा कि अगर जल्द ही उन्हें बकाया का भुगतान नहीं किया गया तो वे उग्र आंदोलन के लिए बाध्य होंगे.