रुड़की: हैदराबाद में हुई महिला डॉक्टर की दुष्कर्म के बाद हत्या के बाद पूरे देश में आक्रोश का माहौल है. छात्र-छात्राओं से लेकर महिलाएं और तमाम संगठन सड़कों पर उतरकर प्रदर्शन कर रहे है. सबकी सिर्फ एक ही मांग है कि आरोपियों को सख्त से सख्त सजा दी जाए, जिससे भविष्य में कोई ऐसा कृत्य करने से पहले सोचे. इसी कड़ी में साधु संत और धर्मगुरू भी केंद्र सरकार से कड़े कानून की मांग के साथ ही आरोपियों पर सख्त कार्रवाई की मांग कर रहे हैं.
मुस्लिम धर्मगुरू मुफ्ती मासूम अली का कहना है कि घटना बेहद शर्मनाक है. बेटी चाहे हिंदू की हो या मुसलमान की, बेटी-बेटी होती है. उन्होंने कहा कि ऐसी घटना दोबारा न घटित हो, इसके लिए हुकूमत को कड़े से कड़े कानून बनाने चाहिए. इससे दोबारा कोई घटना न घटित हो पाए. इस्लाम धर्म में ऐसे गुनाह को कभी माफ नहीं किया जा सकता.
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वहीं, धर्मगुरु योगी मंगलनाथ और आचार्य पंडित रजनीश शास्त्री का कहना है कि देश में हुई इस बेहद दर्दनाक घटना ने पूरे देश को झंकझोर कर रख दिया. ऐसी घटना को लेकर सरकार जल्द से जल्द सख्त कानून बनाए, जिससे ऐसी घटना कोई दोबारा न हो. वहीं, कानून बनाने के साथ-साथ उसको अमलीजामा भी पहनाया जाए, जिससे उसका असर देखने को मिले. उन्होंने कहा कि ऐसी घटना घटिया मानसिकता का परिचय है. इस तरह के कृत्य समाज में फैली घटिया सोच और अच्छे संस्कार ना होना भी एक अहम हिस्सा है. आज के दौर में अश्लीलता परोसती फिल्में और विज्ञापन बच्चों की मानसिकता पर प्रभाव डाल रही है. ऐसे कृत्य करने वालों का समाज में कोई स्थान नहीं है. ये जघन्य अपराध को कठोर दंड से ही समाप्त किया जा सकता है. इसे जड़ से खत्म करने के लिए सभी को एक साथ मिलकर आवाज उठानी पड़ेगी.