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कोरोना से मृतकों के अंतिम संस्कार के लिए श्मशान पर किए विशेष इंतजाम

हरिद्वार में बने श्मशान घाटों पर कोरोना संक्रमण से मरने वाले लोगों के शव बड़ी संख्या में लाए जा रहे हैं. कोरोना संक्रमितों के अंतिम संस्कार के लिए श्मशान घाटों में जगह निर्धारित की गई है.

शमशान घाट
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Published : Apr 26, 2021, 12:28 PM IST

हरिद्वार: उत्तराखंड में कोरोना से हालात बिगड़ते जा रहे हैं. राजधानी देहरादून के बाद सबसे ज्यादा कोरोना के मामले हरिद्वार जिले में आ रहे हैं. सरकार और स्वास्थ्य विभाग के लिए सबसे चिंता की बात ये है कि कोरोना की दूसरी लहर में संक्रमित मरीजों की मृत्यु दर पहले के मुकाबले ज्यादा है. ऐसे में श्मशान घाटों पर कोरोना संक्रमित शवों के अंतिम संस्कार के लिए विशेष इंतजाम किए गए हैं.

हरिद्वार में बने श्मशान घाटों पर कोरोना संक्रमण से मरने वाले लोगों के शव बड़ी संख्या में लाए जा रहे हैं. कोरोना संक्रमितों के अंतिम संस्कार के लिए श्मशान घाटों में जगह निर्धारित की गई है, जहां कोविड की सभी गाइडलाइन का पालन किया जा रहा है.

पढ़ें- कोरोना पर सख्त हुई तीरथ सरकार, देहरादून सहित इन जगहों पर तीन मई तक कर्फ्यू

हरिद्वार के खड़खड़ी श्मशान घाट की देखरेख करने वाले गोपाल ने बताया कि लगभग पूरे प्रदेश से रोज 27 से 28 शव अंतिम संस्कार के लिए लाए जा रहे हैं. कनखल श्मशान घाट समिति के अध्यक्ष हरिओम अनेजा ने बताया कि पिछले साल से ही उन्होंने कोविड-19 संक्रमित मृतकों का अंतिम संस्कार का इंतजाम अलग से कर रखा है.

हरिद्वार: उत्तराखंड में कोरोना से हालात बिगड़ते जा रहे हैं. राजधानी देहरादून के बाद सबसे ज्यादा कोरोना के मामले हरिद्वार जिले में आ रहे हैं. सरकार और स्वास्थ्य विभाग के लिए सबसे चिंता की बात ये है कि कोरोना की दूसरी लहर में संक्रमित मरीजों की मृत्यु दर पहले के मुकाबले ज्यादा है. ऐसे में श्मशान घाटों पर कोरोना संक्रमित शवों के अंतिम संस्कार के लिए विशेष इंतजाम किए गए हैं.

हरिद्वार में बने श्मशान घाटों पर कोरोना संक्रमण से मरने वाले लोगों के शव बड़ी संख्या में लाए जा रहे हैं. कोरोना संक्रमितों के अंतिम संस्कार के लिए श्मशान घाटों में जगह निर्धारित की गई है, जहां कोविड की सभी गाइडलाइन का पालन किया जा रहा है.

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हरिद्वार के खड़खड़ी श्मशान घाट की देखरेख करने वाले गोपाल ने बताया कि लगभग पूरे प्रदेश से रोज 27 से 28 शव अंतिम संस्कार के लिए लाए जा रहे हैं. कनखल श्मशान घाट समिति के अध्यक्ष हरिओम अनेजा ने बताया कि पिछले साल से ही उन्होंने कोविड-19 संक्रमित मृतकों का अंतिम संस्कार का इंतजाम अलग से कर रखा है.

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