रुड़की: देश के दुश्मनों ने जब भी आंख उठाकर देखने का साहस किया, हमारे जाबांज सिपाहियों ने शौर्य और कुर्बानियों से उनके हर मंसूबों को विफल कर दिया. कारगिल युद्ध में देश के वीरों ने शौर्य की ऐसी इबारत लिखी कि सभी को उनके जज्बे को सलाम करना पड़ा. उसी कारगिल युद्ध की वीरगाथा को रुड़की के रहने वाले कमांडर दिगंबर सिंह नेगी ने ईटीवी भारत के साथ साझा किया है.
भारतीय टीम के कमांडर दिगंबर सिंह नेगी ने बताया कि कारगिल युद्ध में विजय पाना काफी चुनौतीपूर्ण था. पाकिस्तानी गोलाबारी में घायल होने के बावजूद देश के लिए मर मिटने के जज्बे में वो मुश्किलों का सामना करते हुए आगे बढ़ते रहे और अंत में टाइगर हिल पर विजय पाकर तिरंगा फहराया गया.
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कारगिल में शामिल सैनिक दिगंबर सिंह नेगी ने बताया कि योजनाबद्ध तरीके से हम अपने मिशन पर आगे बढ़ रहे थे, लेकिन पाकिस्तानी सैनिक इतनी ऊंचाई पर थे कि भारतीय सैनिकों बड़े ही आसानी से टारगेट कर सकते थे. बेहद ही खतरनाक ऊंचाई के साथ-साथ पथरीले रास्ते को पार करना भी हमारे लिए चुनौती थी लेकिन देश के लिए कुछ कर गुजरने के जज्बे ने पाकिस्तानी सैनिकों को धूल चटा कर कारगिल की विजय गाथा लिखी.