हरिद्वार: इस बार जब कोरोना महामारी के कारण देशभर के लाखों श्रद्धालु धर्मनगरी हरिद्वार नहीं आ सकेंगे. ऐसे में अखिल विश्व गायत्री परिवार 'आपके द्वार पहुंचा हरिद्वार' अभियान के तहत लोगों के घरों में मां गंगा को पहुंचाने का भागीरथ प्रयास कर रहा है. यह प्रयास अबतक के इतिहास में पहला है जब महाकुंभ में आपको मां गंगा तक नहीं जाना है, बल्कि मां गंगा आप तक पहुंच रही हैं. बता दें इस महा अभियान का शुभारंभ भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जगत प्रकाश नड्डा द्वारा किया गया था.
गंगाजल और वेदमाता गायत्री के चित्र पहुंचेंगे घर-घर
'आपके द्वार पहुंचा हरिद्वार' कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य है देशभर के घरों में गंगा, यज्ञ और संस्कारों के माध्यम से हरिद्वार को पहुंचाना. अभियान की जानकारी देते हुए शांतिकुंज के वरिष्ठ प्रतिनिधि केदार प्रसाद दुबे ने बताया कि यह विश्व और कुंभ के इतिहास में ऐसी पहली घटना है जब कुंभ लोगों के घरों तक पहुंच रहा है. यह महा अभियान पूर्ण रूप से निशुल्क है. इसके अंतर्गत प्रथम चरण में देश भर के 50 हजार घरों तक गंगाजल, मां गंगा और वेदमाता गायत्री का चित्र और युगसाहित्य पहुंचाया जाएगा.
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'आपके द्वार पहुंचा हरिद्वार' कार्यक्रम की जानकारी देते हुए शांतिकुंज के कार्यकर्ता डॉ. गोपाल कृष्ण शर्मा ने बताया कि आज जब पूरा विश्व कोरोना महामारी से जूझ रहा है ऐसे में देश के उन सुदूर गांवों में रहने वाले लोग जो चाह कर भी हरिद्वार कुंभ स्नान के लिए नहीं आ सकते उनके लिए शांतिकुंज गायत्री परिवार उनके घर तक पवित्र गंगाजल पहुंचा रहा है. उन्हें कुंभ के महत्व एवं कुंभ के आध्यात्मिक अर्थ को समझाने का प्रयास कर रहा है.
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कुंभ के साथ ही 2021 में गायत्री तीर्थ शांतिकुंज की स्थापना के 50 वर्ष भी पूरे होने जा रहे हैं. ऐसे में गायत्री परिवार से जुड़े देश-विदेश के असंख्य परिजन वेदमूर्ति तपोनिष्ठ पंडित श्रीराम शर्मा आचार्य जी की कर्मस्थली हरिद्वार आने को उत्सुक हैं. लेकिन समय की मांग को देखते हुए यह सम्भव नहीं हो सकेगा. इसके दृष्टिगत गायत्री परिवार द्वारा 'आपके द्वार पहुंचा हरिद्वार' कार्यक्रम की शुरुआत की गई है. इसके तहत हरिद्वार और शांतिकुंज श्रद्धालुओं के घर पहुंच रहा है.