हरिद्वार: राम का नाम हिंदू धर्म को मानने वालों के जन्म से लेकर मृत्यु तक उसके साथ ही रहता है. मगर जिस तरीके से राम के नाम पर पश्चिम बंगाल में राजनीति हो रही है उसने राम के नाम को भी धूमिल कर दिया है. इस मुद्दे पर ईटीवी भारत ने शंकराचार्य स्वरूपानंद सरस्वती से एक्सक्लूसिव बात की.
शंकराचार्य का कहना है कि ममता बनर्जी को राम के नाम पर दिक्कत नहीं है, बल्कि जय श्रीराम के नारे से दिक्कत है जिसका भाजपा ने राजनीतिकरण कर दिया है. वहीं राम मंदिर को लेकर शंकराचार्य स्वरूपानंद सरस्वती ने मोदी सरकार पर निशाना साधा.
ईटीवी भारत के साथ बातचीत में शंकराचार्य स्वरूपानंद सरस्वती ने राम के नाम पर पश्चिम बंगाल में हो रही राजनीति पर कहा कि जिस तरह का मुद्दा पश्चिम बंगाल में उठ रहा है श्रीराम के नाम पर ऐसा मुद्दा कहीं उठना ही नहीं चाहिए, क्योंकि सनातन धर्म में रामकृष्ण, शिव और शक्ति के नाम का कोई भी उच्चारण कर सकता है. लेकिन बहुत से लोग राम का नाम लेना चाहते हैं और श्रीकृष्ण का नाम नहीं लेना चाहते, क्योंकि कई लोग बोलते हैं कृष्ण तो चोर थे इसलिए हम राम का नाम लेना चाहते हैं.
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यह तो सब प्रेम की बात है मगर जिस तरह से पश्चिम बंगाल में एक पार्टी ने श्रीराम के नाम को पार्टी का नारा बना दिया है, यह नहीं बनाना चाहिए इस बात से ममता बनर्जी को चिढ़ है. आप श्रीराम का नारा बनाते हैं मगर राम मंदिर नहीं बनाते हैं तो आपको हक ही नहीं है कि श्रीराम के नारे को आप पार्टी का नारा बनाएं. वहीं ममता बनर्जी द्वारा श्रीराम के नारे पर भड़कने पर शंकराचार्य स्वरूपानंद का कहना है कि ममता बनर्जी भी श्री काली को मानती हैं.
बंगाल मामले पर भी रखी राय
ईटीवी भारत से बातचीत में शंकराचार्य स्वरूपानंद का कहना है कि जो पार्टी राम के नाम को अपनी पार्टी का नारा बना रही है उस पार्टी को राम मंदिर बनवाना चाहिए. वहीं शंकराचार्य ने यह भी कहा कि देश की कोई भी पार्टी मंदिर, मस्जिद और गुरुद्वारे नहीं बना सकती है. क्योंकि भारत एक धर्म निरपेक्ष देश है.
अगर कोई भी पार्टी राम मंदिर बनवाने चलेगी तो उसको भारत के संविधान की शपथ लेनी पड़ेगी. जिस तरह से मोदी सरकार ने शपथ ली है और जो शपथ ले लेता है वह फिर किसी भी धर्म से पक्षपात नहीं करता है. फिर कोई भी पार्टी मंदिर और मस्जिद कैसे बना सकती है, इसलिए जो राम को मानने वाले हिंदू हैं राम मंदिर बनाना उनका काम है और मस्जिद बनाना मुसलमानों का काम है, गिरजाघर बनाना ईसाइयों का काम.
यह सरकार का काम नहीं है. राम मंदिर और कश्मीर की 370 धारा को लेकर स्वामी स्वरूपानंद ने कहा की राम मंदिर बनवा कर दिखाएं और कश्मीर से 370 धारा को हटाएं तब हम मानेंगे और हम उनकी जय-जयकार भी करेंगे.
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हम सरकार से मांग करते हैं जो उन्होंने प्रतिज्ञा की थी कि भारत से मांस का निर्यात नहीं होगा, कश्मीर से 370 धारा खत्म हो जाएगी, गंगा बिल्कुल स्वच्छ हो जाएगी और महंगाई खत्म हो जाएगी जो इस काम को करेगा वह हमारा नेता होगा.
शंकराचार्य स्वरूपानंद ने राम के नाम पर पश्चिम बंगाल में हो रही राजनीति पर सीधा-सीधा बीजेपी पर निशाना साधा है और बीजेपी पर आरोप लगाया है कि उन्होंने राम के नाम को अपनी पार्टी का नारा बना दिया है, यह सही नहीं है. उन्होंने कहा है कि राम के नाम पर राजनीति अब बंद होनी चाहिए अगर राम के नाम पर राजनीति करनी है तो पहले राम का मंदिर बनाकर दिखाएं तब हम उनको मानेंगे.