हरिद्वार/देहरादून: प्रत्येक महीने पड़ने वाली अमावस्या जब शनिवार को पड़ती है तो उसे शनिश्चरी अमावस्या कहा जाता है. इस बार 4 मई यानि शनिवार के दिन अमावस्या पड़ रही है. हिंदू मान्यता के अनुसार इसे शनिश्चरी अमावस्या कहा जाता है. इस दिन शनि देव की पूजा अर्चना करने का विशेष महत्व है. ज्योतिष आचार्यों के अनुसार जिन जातकों पर शनि की साढ़ेसाती या ढैय्या चल रही हो उन जातकों को इस दिन शनि को प्रसन्न करने के उपाय करने चाहिए.
शनिचरी अमावस्या के दिन शनि देव की पूजा अर्चना को लेकर पंडित विष्णु भट्ट बताते हैं कि शनि देव से लोगों को डरने की जरूरत नहीं है. यदि शनि देव किसी व्यक्ति से प्रसन्न होते हैं तो वो उसे सुख-समृद्धि देते हैं. साढ़ेसाती और ढैय्या का असर कम करने के लिए भी शनिश्चरी अमावस्या को अच्छा दिन माना जाता है. साथ ही अगर किसी भी व्यक्ति के जन्म पत्रिका में किसी भी प्रकार का कोई दोष है तो इस दिन शमी के पेड़ पर सरसों के तेल का दिया जलाने से दोष दूर होने के साथ ही विशेष फल की प्राप्ति होती है.
इस शनिश्चरी अमावस्या का राशियों पर मिलाजुला प्रभाव पड़ेगा. पंडित शक्तिधर शास्त्री बताते हैं कि मेष राशि वाले जातकों के लिए शनिश्चर अमावस्या काफी अच्छी साबित होगी. वहीं, वृष, मिथुन, कर्क और सिंह राशि वाले जातकों के लिए शनिश्चर अमावस्या का सुखद प्रभाव पड़ता नजर नहीं आ रहा है. इसके अलावा कन्या, तुला, मीन राशि वालों के लिए शनिश्चरी अमावस्या शुभ संकेत लेकर आ रही है.