हरिद्वार: उत्तराखंड में कोरोना (uttarakhand corona case) फिर पैर पसार रहा है. वहीं हरिद्वार जेल में 43 कैदी कोरोना पॉजिटिव (inmate corona positive in haridwar jail) मिले हैं. बताया जा रहा है कि हेपेटाइटिस (Hepatitis) की जांच के दौरान सैंपल लिए गए थे. इस दौरान कैदियों की कोरोना रिपोर्ट पॉजिटिव मिली. वहीं 43 कैदी कोरोना पॉजिटिव मिलने पर जेल प्रशासन में हड़कंप मचा हुआ है.
जिला कारागार के वरिष्ठ जेल अधीक्षक मनोज आर्य ने बताया कि जेल में हेपेटाइटिस की जांच के लिए 2 दिन का शिविर लगाया गया था. शिविर में कैदियों के सैंपल लिए गए थे. इस दौरान कैदियों की कोरोना रिपोर्ट पॉजिटिव मिली. जिला कारागार में इस समय 1250 से ज्यादा पुरुष कैदी और 60 से अधिक महिला बंदी हैं.
वरिष्ठ जेल अधीक्षक मनोज कुमार आर्य ने बताया कि जिला कारागार में हेपेटाइटिस जांच का शिविर लगाया गया था. इसकी सूचना उन्हें थी, लेकिन कोरोना जांच कब हुई यह उनके संज्ञान में नहीं है. इसलिए जैसे ही उन्हें सूचना मिली कि जिला कारागार में भी कैदी पॉजिटिव पाए गए हैं तो तब से जिला कारागार में कोरोना की गाइडलाइन का पालन कराया जा रहा है.
वहीं मनोज कुमार आर्य ने बताया कि अभी तक फिलहाल आधिकारिक पुष्टि के आधार पर कोई संख्या उन्हें नहीं पता है कि कितने मरीज पॉजिटिव हैं. वहीं मेला हॉस्पिटल के सीएमएस और कोविड-19 के इंचार्ज राजेश गुप्ता ने बताया कि जिला कारागार में 900 सैंपल लिए गए, जिसमें 70 के करीब पॉजिटिव पाए गए हैं. वहीं हरिद्वार के सीएमओ खगेंद्र सिंह से जब जानकारी ली गयी तो उन्होंने जिला कारागार में 43 पॉजिटिव मरीजों की संख्या बताई. वहीं जेल में कोरोना के मरीजों के आंकड़ों को लेकर भी अधिकारियों में असमंजस की स्थिति बनी हुई है.
पढ़ें-उत्तराखंड में अफ्रीकन स्वाइन फ्लू से दहशत, पशुपालन मंत्री बहुगुणा बोले- अब मामलों में आ रही कमी
बता दें कि उत्तराखंड में 24 घंटे के भीतर कोरोना के 346 नए मरीज मिले हैं, जबकि 85 मरीज स्वस्थ होकर घर लौटे हैं. इसके साथ एक्टिव केस की संख्या बढ़कर 1925 पहुंच गई है. पिछले 24 घंटे में कोरोना से 3 मरीजों की मौत हुई है. प्रदेश में सैंपल पॉजिटिविटी रेट की बात करें तो 11.91% है.उत्तराखंड स्वास्थ्य विभाग (Uttarakhand Health Department) के मुताबिक, एक जनवरी 2022 से लेकर अभी तक प्रदेश में 98,473 मामले सामने आ चुके हैं. जिसमें से 92,760 मरीज स्वस्थ हो चुके हैं. कोरोना मरीजों का रिकवरी रेट 94.20% है. वहीं, इस साल अब तक 294 मरीजों की मौत हुई है.