रुड़की: शुक्रवार की देर रात उत्तराखंड के कई जिलों में भूकंप के झटके महसूस होने की खबर से हड़कंप मच गया. भूकंप की खबर आग की तरह फैल गई. लोगों ने एक दूसरे को फोन कर भूकंप की जानकारी आदान-प्रदान की. सोशल मीडिया पर भूकंप की खबरें पोस्ट हुईं तो रात में भी लोग घरों से बाहर खड़े दिखाई दिए. जब भूकंप के बारे में रुड़की आईआईटी के वैज्ञानिकों से जानकारी ली गई तो उन्होंने साफ किया कि उत्तराखंड में भूकंप नहीं आया बल्कि ताजिकिस्तान में आए भूकंप के कारण उत्तराखंड में भी झटके महसूस हुए हैं.
बता दें शुक्रवार की रात करीब साढ़े दस बजे भूकंप की खबरें आग की तरह फैल गईं. उत्तराखंड के कई जिलों से भूकंप के झटके महसूस होने की खबरें सामने आईं. रुड़की शहर में भी लोगों ने भूकंप के झटके महसूस किए. रात को ही लोग घरों से बाहर निकल आए. इस बारे में रुड़की आईआईटी के वैज्ञानिकों का कहना है कि भूकंप का केंद्र ताजिकिस्तान था. जिसके कारण बहुत दूर तक उसके झटके महसूस किये गये.
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उन्होंने बताया सिस्टम के जरिये ये मालूम हुआ कि उत्तराखंड में कोई भूकंप नहीं आया है बल्कि ताजिकिस्तान में आए तेज गति वाले भूकंप के कारण ही उत्तराखंड में भी झटके महसूस किये गये. रुड़की आईआईटी के भूकंप विभाग के वैज्ञानिक मुकुट लाल शर्मा ने बताया कि भूकंप को रोका नहीं जा सकता है. इससे सावधान रहने की जरूरत है. उन्होंने बताया ताजिकिस्तान में भूकंप की तीव्रता से ही दूर तक उसकी धमक महसूस की गई. उन्होंने कहा सभी को सावधानी बरतने की आवश्यकता है.