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सर्वजन स्वराज पार्टी ने नई कार्यकारिणी का किया विस्तार

हरिद्वार में त्रिस्तरीय पंचायतों का कार्यकाल अप्रैल 2021 में समाप्त हो रहा है. जिसको देखते हुए सर्वजन स्वराज पार्टी ने नई राष्ट्रीय कार्यकारिणी का विस्तार किया है.

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Published : Oct 31, 2020, 1:46 PM IST

Updated : Oct 31, 2020, 2:24 PM IST

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सर्वजन स्वराज पार्टी ने नई कार्यकारिणी का किया विस्तार

हरिद्वार: आगामी 2021 में होने वाले पंचायत चुनाव और 2022 विधानसभा चुनाव को लेकर तमाम पार्टियों ने अपनी तैयारियां तेज कर दी हैं. हरिद्वार में त्रिस्तरीय पंचायतों का कार्यकाल अप्रैल 2021 में समाप्त हो रहा है. वहीं, सर्वजन स्वराज पार्टी ने नई राष्ट्रीय कार्यकारिणी का विस्तार किया है. साथ ही कार्यकारिणी में वरिष्ठ राज्य आंदोलनकारी पुरोधा शक्तिशैल कपरवाण पार्टी के संरक्षक बनाए गए हैं.

बता दें कि सर्वजन स्वराज पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष डॉ. देवेश्वर भट्ट ने विपक्ष पार्टियों पर जमकर निशाना साधते हुए कहा कि उत्तराखंड राज्य नेतृत्व विहीन हो गया हैं. बीते 20 सालों से राज्य की हालत दयनीय होती चली जा रही है. जिस कारण राज्य 60 हजार करोड़ से भी अधिक का कर्जदार हो गया हैं. सर्वजन स्वराज पार्टी भाजपा और कांग्रेस से इन 60 हजार करोड़ रुपयों का हिसाब मांगने जा रही है.

ये भी पढ़ें: देवभूमि में यहां एक महीने के बाद मनाई जाती है दीपावली

वहीं, राज्य सरकार की अनदेखी से गरीब तबका, मजदूर और किसान परेशान है. उन्होंने राज्य आंदोलनकारियों की अनदेखी, रोजगार, राज्य की मातृशक्ति के अधिकार, शिक्षा, स्वास्थ्य,सड़क जैसे मुद्दों पर राज्य सरकार पर सवाल उठाए हैं. उन्होंने कहा कि इन मुद्दों पर ना तो कांग्रेस और ना ही भाजपा की सरकार कोई ठोस नीति बना पाई है.

हरिद्वार: आगामी 2021 में होने वाले पंचायत चुनाव और 2022 विधानसभा चुनाव को लेकर तमाम पार्टियों ने अपनी तैयारियां तेज कर दी हैं. हरिद्वार में त्रिस्तरीय पंचायतों का कार्यकाल अप्रैल 2021 में समाप्त हो रहा है. वहीं, सर्वजन स्वराज पार्टी ने नई राष्ट्रीय कार्यकारिणी का विस्तार किया है. साथ ही कार्यकारिणी में वरिष्ठ राज्य आंदोलनकारी पुरोधा शक्तिशैल कपरवाण पार्टी के संरक्षक बनाए गए हैं.

बता दें कि सर्वजन स्वराज पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष डॉ. देवेश्वर भट्ट ने विपक्ष पार्टियों पर जमकर निशाना साधते हुए कहा कि उत्तराखंड राज्य नेतृत्व विहीन हो गया हैं. बीते 20 सालों से राज्य की हालत दयनीय होती चली जा रही है. जिस कारण राज्य 60 हजार करोड़ से भी अधिक का कर्जदार हो गया हैं. सर्वजन स्वराज पार्टी भाजपा और कांग्रेस से इन 60 हजार करोड़ रुपयों का हिसाब मांगने जा रही है.

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वहीं, राज्य सरकार की अनदेखी से गरीब तबका, मजदूर और किसान परेशान है. उन्होंने राज्य आंदोलनकारियों की अनदेखी, रोजगार, राज्य की मातृशक्ति के अधिकार, शिक्षा, स्वास्थ्य,सड़क जैसे मुद्दों पर राज्य सरकार पर सवाल उठाए हैं. उन्होंने कहा कि इन मुद्दों पर ना तो कांग्रेस और ना ही भाजपा की सरकार कोई ठोस नीति बना पाई है.

Last Updated : Oct 31, 2020, 2:24 PM IST
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