हरिद्वारः कुंभ शुरू होने में करीब दो महीने का वक्त शेष है. कुंभ कार्य तो प्रगति पर हैं. सरकार और प्रशासन लगातार कार्यों पर निगरानी रख रहा है. लेकिन, दूसरी ओर गंगा नदी दूषित हो रही है, जिसकी कोई सुध लेने को तैयार नहीं. सीवर लाइन क्षतिग्रस्त होने से गंदा पानी गंगा में गिर रहा है. जिसे लेकर व्यापारी और संत समाज सरकार से नाराज हैं. संतों ने विरोध स्वरुप अनशन शुरू कर दिया है. जबकि, व्यापारियों ने प्रदर्शन करते हुए संतों के साथ धरना दिया. उन्होंने आरोप लगाया कि हरकी पैड़ी से सटे नाईसोता व सुभाष घाट के पास पिछले तीन दिनों से सीवर का गंदा पानी गंगा में जा रहा है. लेकिन अधिकारियों को इसी परवाह तक नहीं.
रविवार को नाईसोता घाट के पास व्यापारी नेता राजू वधावन के नेतृत्व में व्यापारियों ने गंगा अनुरक्षण इकाई के अधिकारियों के खिलाफ नारेबाजी करते हुए विरोध प्रदर्शन किया. इसके साथ ही जूना अखाड़ा के महंत बिंदु गिरी अनशन पर बैठ गए.
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व्यापारी नेता राजू वधावन ने कहा कि पिछले कई दिन से सीवर का गंदा पानी लगातार गंगा में गिर रहा है. इससे हिंदुओं की आस्था को ठेस पहुंच रही है. वहीं, कुंभ मेला प्रशासन को इस तरफ ध्यान देना चाहिए.
उनका कहना है कि गंगा स्नान का महत्व देश ही नहीं विदेश में भी चर्चित है. लेकिन दूषित पानी गंगा में जाने से श्रद्धालुओं में गंगा मां के प्रति गलत संदेश जा रही है. उनका कहना है कि अगर शीघ्र ही सीवर लाइन की मरम्मत नहीं की गई तो उग्र आंदोलन किया जाएगा.