हरिद्वार: वैश्विक महामारी कोरोना के चलते हरिद्वार में प्रशासन कोरोना मरीजों का पता लगाने के साथ ही संक्रमण को रोकने के उपायों को लेकर लगातार काम कर रहा है. इसी कड़ी में अब स्वास्थ्य विभाग समुदायिक संक्रमण को रोकने के लिए बच्चों, बुजुर्गों, गर्भवती महिलाओं, कुपोषित बच्चों व अन्य बीमारियों से ग्रस्त लोगों का घर-घर जाकर पता लगाने में जुट गया है. सेफ हरिद्वार अभियान के तहत आज घर-घर जाकर सर्वे का काम शुरू किया गया.
जिलाधिकारी सी रवीशंकर के निर्देश पर जनपद में एक व्यापक सर्वे अभियान चलाने के लिए आशा तथा आंनगबाड़ी वर्कस को प्रशिक्षण देकर उनकी टीमें गठित की गई हैं. आज इन टीमों ने हरिद्वार के ज्वालापुर, जगजीतपुर, रुड़की और लक्सर तहसील में सर्वेक्षण का काम शुरू किया.
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इस दौरान जिलाधिकारी सी. रविशंकर ने कहा इस अभियान के तहत ये टीमें हरिद्वार जनपद के हर घर में जाकर बुजुर्गों, बच्चों,गर्भवती महिलाओं के साथ ही अन्य बीमारियों से ग्रसित लोगों का ब्यौरा बनाकर एक डाटा तैयार करेगी. जिसके तहत उन पर लगातार नजर रखी जाएगी. अगर इनमें कोई अस्वस्थ पाया जाता है तो उसे संबंधित बीमारी के इलाज के लिए दवाईयां सहित अन्य सभी आवश्यक सुविधाएं उपलब्ध करवाई जाएंगी.
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वहीं, सर्वे अभियान में लगे रेड क्रोस सोसाइटी तथा सर्वे टीम के समन्वयक डाक्टर नरेश चौधरी ने बताया कि इस अभियान का लक्ष्य घर-घर जाकर ऐसे लोगों का पता लगाना है जिन्हें कोरोना महामारी के संक्रमण के बाद जान का खतरा है. ऐसे लोगों में किसी भी बीमारी की समस्या होने का विवरण दर्ज कर उन्हें घरों में ही रहने की हिदायत दी जा रही है.
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इसके अलावा बुजुर्गों को अन्य किसी प्रकार की समस्या जैसे पेंशन आदि किसी तरह की परेशानी हो रही है तो ये टीमें उनकी भी मदद करेंगी. इससे पहले रोशानाबाद स्थित जिला मुख्यालय में जिलाधिकारी सी. रविशंकर ने जनपद में बुजुर्ग, बच्चों, गर्भवती महिलाओं तथा बीमार व्यक्तियों के वृहद सर्वे के लिए बनायी गयी की टीम को आज सुरक्षा किट देकर सर्वे के लिए कलेक्ट्रेट रोशनाबाद से रवाना किया गया.