हरिद्वार: बीते 30 मार्च को रामनवमी के अवसर पर हिंदूवादी संगठन द्वारा निकली गई शोभायात्रा की लेकर पुलिस द्वारा 300 लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया है. जिसके विरोध में हिंदूवादी संगठनों और संतों में प्रशासन के खिलाफ रोष है. संतों का कहना है कि केंद्र और प्रदेश में हिंदूवादी सरकार कहलाने वाली सरकार होने के बावजूद हिंदुओं पर मुकदमे दर्ज हो रहे हैं.
हरिद्वार ज्वालापुर कोतवाली क्षेत्र में पिछली 30 मार्च को रामनवमी के दिन हिंदूवादी संगठन द्वारा शोभायात्रा निकाली गई. जिस पर ज्वालापुर कोतवाली पुलिस द्वारा यह कहते हुए मुकदमा दर्ज किया गया कि आयोजकों द्वारा शोभायात्रा की अनुमति नहीं ली गई थी. जिस क्रम में हिंदूवादी संगठन की फायर ब्रांड नेत्री साध्वी प्राची का कहना था कि यह भारत है ना कि पाकिस्तान, जहां हिन्दू रामनवमी के दिन शोभायात्रा नहीं निकाल सकता. उन्होंने कहा शोभायात्रा जरूर निकलेगी, इस संबंध में वे राजधानी जाकर मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी से मुलाकात करेंगी.
पढे़ं- मसूरी में सवारियों से भरी रोडवेज बस खाई में गिरी, कई लोगों के घायल होने की सूचना
साध्वी प्राची ने कहा आखिर हिंदुओं के साथ इतना भेदभाव क्यों हो रहा है. भाजपा को समझना होगा की हिंदू वोट भाजपा को देता है, न की वो जिनके दबाव में आप यह कार्य कर रहे हैं. स्वामी दिनेशानंद भारती ने कहा क्या अब इस देवभूमि के ऐसे शहर जहां से चारधाम यात्रा की शुरुआत होती है वहां इष्टदेव की शोभायात्रा भी नहीं निकाल सकते हैं. वे धर्मनगरी के संतों से अपील करते हैं कि वे भी आगे आये और पुलिस की इस कार्रवाई पर हिंदूवादी युवाओं का समर्थन करें. साथ ही प्रदेश सरकार से मांग करते हैं कि 300 युवाओं पर हुए मुकदमे वपास लिए जाए. प्रशासन के जिन अधिकारियों ने यह कार्रवाई की है उन पर कार्रवाई होनी चाहिए.