हरिद्वार: अविरल गंगा के लिए लड़ाई लड़ रही संस्था मातृ सदन की अनुयाई साध्वी पद्मावती तो आपको याद ही होगी, जिन्होंने मां गंगा की अविरलता और निर्मलता की लड़ाई लड़ने के लिए मातृ सदन में 61वां अनशन 15 दिसम्बर 2019 को शुरू किया था, जो कि लगभग 65 दिन से अधिक चला. वे अपनी 6 सूत्रीय मांगों को लेकर साध्वी पद्मावती अनशन पर डटी रही. गंगा को लेकर शुरू की गई उनकी लड़ाई अभी तक खत्म नहीं हुई है. 65 दिनों के अनशन के बाद भी साध्वी पद्मावती ने हार नहीं मानी. वे अब भी गंगा के लिए लड़ाई लड़ रही हैं.
अभी भी साध्वी पद्मावती मां गंगा के लिए लड़ाई लड़ रही हैं, फर्क सिर्फ इतना है इस समय उनकी हालत पहले जैसी नहीं है. अब साध्वी को चलने के लिए व्हीलचेयर चेयर का सहारा लेना पड़ता है. साध्वी अब बोल भी नहीं पाती हैं. खाना खाने के लिए भी उन्हें दूसरों की मदद लेनी पड़ती है.जिस तरह साध्वी पहले सवालों का जवाब बेबाक होकर दिया करती थी अब वह डर के कारण अब कैमरे के आगे से भी मना कर देती हैं. काफी कोशिशों के बाद साध्वी ईटीवी भारत से बात करने को राजी हुई. जिसमें उन्होंने देशवासियों से गंगा को बचाने की अपील की. उन्होंने कहा अगर देश को बचाना है तो मां गंगा को बचाना होगा, अभी भी समय है मां गंगा को बचा लो.
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साध्वी पद्मावती के गुरु और मातृ सदन संस्था के प्रमुख स्वामी शिवानंद ने बताया कि जब साध्वी को एम्स दिल्ली से डिस्चार्ज किया गया था तब साध्वी ऑन द बेड थी. प्रशासन द्वारा उन्हें हॉस्पिटल में कोई प्वाइजन सुंघा दिया गया था. जिससे उनकी सूंघने की क्षमता भी बिल्कुल खत्म हो गई. जिसका पता हमें भी काफी समय बाद लगा. जिस साध्वी को अब आप देख रहे हैं वह काफी संघर्ष और मुश्किलों के बाद अब सुनने और समझने लगी हैं. साध्वी पद्मावती का अलग-अलग माध्यमों से उपचार किया जा रहा है, लेकिन खास बात यह है कि साध्वी पद्मावती का आत्मबल आज भी कम नहीं हुआ है. वह जिस तरह वह पहले मां गंगा के लिए लड़ाई लड़ना चाहती थी अभी भी उसी तरह हैं. स्वामी शिवानंद ने उनकी इस हालत का जिम्मेदार प्रदेश सरकार को बताया है. उनका कहना है कि जिस तरह षड्यंत्र रचकर उन्होंने साध्वी पद्मावती की यह हालत की है वह काफी निंदनीय है.
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पद्मावती की देखरेख कर रही बिहार से आई सुनीता ने बताया की उनका बिल्कुल न्यू बॉर्न बेबी की तरह इलाज किया जा रहा है. उन्हें डिफरेंट तरीके से दिन में दो बार फिजियोथैरेपी और एक्सरसाइज कराई जाती है. जिससे वह जल्दी रिकवर हो सकें. उन्होंने कहा जिस तरह साध्वी पद्मावती रिकवर कर रही हैं यह एक आम बात नहीं है. ज्यादातर जो पेशेंट ऑन द बेड होते हैं वे इतनी जल्दी रिकवर नहीं करते.
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मातृ सदन संस्था के शिष्य स्वामी आत्मबोधानंद ने बताया कि साध्वी पद्मावती ने आज के समय काफी इंप्रूवमेंट किया है. पहले से अब उनकी हालत में अब ज्यादा सुधार देखने को मिल रहा है. उन्होंने बताया कि साध्वी पद्मावती ने खुद गुरु जी को वचन दिया कि वह ठीक होकर फिर से मां गंगा के लिए लड़ाई लड़ेंगी. उनके द्वारा किए गए मानहानि का केस भी वह खुद लड़ेंगी. इतना ही नहीं जिस तरह से साध्वी पद्मावती ने अपने आप में सुधार लाया है यह किसी प्रेरणा से कम नहीं है.