हरिद्वार: नगर निगम की शनिवार को हुई बोर्ड बैठक हंगामे की भेंट चढ़ गई. निगम के बजट को लेकर टाउन हॉल में बुलाई गई बैठक में भाजपाई पार्षदों ने जमकर हंगामा काटा. भाजपाई पार्षदों का कहना है कि मेयर अनीता शर्मा के पति अशोक शर्मा निगम के आंतरिक मामलों में जमकर हस्तक्षेप करते हैं. भाजपा पार्षदों का हंगामा इतना बढ़ गया कि मेयर अनीता शर्मा को बोर्ड बैठक को बीच में छोड़कर ही बाहर जाना पड़ा. हालांकि, कुछ देर बार हंगामा शांत होने के बाद मेयर दोबारा बैठक में पहुंची. वहीं, भाजपा पार्षदों ने मेयर पति पर महिला पार्षदों के साथ अभद्रता का आरोप लगाते हुए माफी मांगने की मांग की.
दरअसल, बोर्ड बैठक के दौरान सफाई व्यवस्था के लिए टेंडर जारी किया गया. इस पर अशोक शर्मा जारी टेंडरों का विरोध करने लगे. यह सब देखकर भाजपा पार्षद भड़क गए और मेयर के खिलाफ नारेबाजी करने लगे. पार्षदों के हंगामे के चलते मौके पर पुलिस बल को तैनात करना पड़ा. हंगामा और नारेबाजी के बीच ही नगर निगम नेता प्रतिपक्ष सुनील अग्रवाल ने आरोप लगाया कि मेयर के पति अशोक शर्मा ने टाउन हॉल के बाहर शर्ट उतार कर प्रदर्शन किया. उस दौरान वहां भाजपा की कई महिला पार्षद भी मौजूद थीं. सुनील अग्रवाल ने कहा कि मेयर के पति की इस हरकत के लिए मेयर अनीता शर्मा को अपने पति अशोक शर्मा से माफी मंगवानी चाहिए.
हालांकि, अनीता शर्मा ने ऐसा करने से इंकार कर दिया. इसके बाद भाजपा की महिला पार्षदों ने मेयर के खिलाफ हंगामा किया और चेतावनी दी कि अशोक शर्मा के माफी नहीं मांगते तक बोर्ड बैठक का बहिष्कार किया जाएगा. वहीं, मेयर अनीता शर्मा ने कहा कि भाजपा के पार्षद शुरू से ही बोर्ड की बैठक में अड़चन पैदा करना चाहते थे. उन्होंने कहा कि भाजपा बेवजह इल्जाम लगाकर बैठक स्थगित करना चाहते थे, जिसमें वह कामयाब हुए. मेयर ने कहा कि राजनीति के कारण भाजपा पार्षद हरिद्वार का विकास नहीं करना चाहते हैं.
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