रुड़की: आने वाले दिनों में अभी लोगों को गर्मी से राहत मिलती नहीं दिख रही है. मौसम विभाग के अनुसार जून में गर्मी और सताएगी. राष्ट्रीय जल संस्थान रुड़की के वैज्ञानिक प्रो. एल एन ठकराल ने बढ़ती आबादी और पेड़ों के कटान को गर्मी बढ़ने का प्रमुख कारण बताया है. साथ ही कृषि क्षेत्रों में आबादी बढ़ने से तापमान में वृद्धि की बात कही है.
उत्तराखंड को उत्तरी-पश्चिमी इलाकों की अपेक्षा काफी ठंडा माना जाता है, लेकिन गर्मी का प्रकोप अब देवभूमि में भी दिखने लगा है. रुड़की में बुधवार को तापमान 45 डिग्री के आसपास रहा, जिसके कारण लोगों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ा. साथ ही लोग गर्मी से बचाव के लिए तमाम उपाय करते नजर आए.
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राष्ट्रीय जल संस्थान के मौसम विभाग के अधिकारियों के अनुसार, पहले के मुकाबले उत्तराखंड में गर्मी में बढ़ोत्तरी हुई है. इसकी मुख्य वजह प्रदेश में भारी मात्रा में हो रहे जंगलों का कटान और आबादी का बढ़ना है. वहीं, पहाड़ों और मैदानी इलाकों में पहले सड़कें भी कच्ची हुआ करती थी, जिससे क्षेत्र में नमी बनी रहती थी. वहीं, आज पक्की सड़कों, पक्के मकानों और आबादी के कारण इलाके में दिनों-दिन तापमान में वृद्धि होती जा रही है.