रुड़की: सिविल अस्पताल में हरिद्वार सीडीओ के माध्यम से दो बड़े ऑक्सीजन सिलेंडर भेजे गए हैं, जिनसे करीब 100 ऑक्सीजन सिलेंडरों की पूर्ति की जा सकेगी. वहीं, अस्पताल में पहले से ही करीब 80 ऑक्सीजन सिलेंडरों का स्टॉक मौजूद है. सिविल अस्पताल के सीएमएस डॉ. संजय कंसल ने बताया कि अस्पताल में ऑक्सीजन की भरपूर मात्रा है.
अस्पताल के सीएमएस डॉ. संजय कंसल ने बताया कि हरिद्वार सीडीओ के माध्यम से दो बड़े ऑक्सीजन सिलेंडर भेजे गए हैं. एक सिलेंडर 50 ऑक्सीजन सिलेंडरों की खपत को पूरा करेगा. उन्होंने बताया अस्पताल में पहले से ही 80 ऑक्सीजन सिलेंडरों का स्टॉक मौजूद है. जल्द ही अस्पताल में ऑक्सीजन प्लांट भी लग जाएगा, जिसके बाद जरूरत पड़ने पर पूरे अस्पताल को कोविड वार्ड में तब्दील भी किया जा सकता है.
पढ़ें- गुरुवार को मिले 589 नए संक्रमित, 3354 ने जीती जंग, 31 की मौत
बता दें, कोरोना संक्रमण की दूसरी लहर में ऑक्सीजन की भारी किल्लत देखी गई थी, शासन प्रशासन द्वारा ऑक्सीजन की पूर्ति को लेकर विशेष इंतजाम भी किए गए हैं. प्लानिंग के तहत ऑक्सीजन सिलेंडरों की सप्लाई कराई गई. अब हालात सामान्य हुए है अस्पतालों में पहले से ही ऑक्सीजन का स्टॉक किया जा रहा है, ताकि समय रहते दिक्कतों से निपटा जा सके.
अस्पताल के खिलाफ कार्रवाई की मांग
वहीं, रुड़की में सामाजिक संगठन आम नागरिक मंच के कार्यकर्ताओं ने अपर उपजिलाधिकारी पूरण सिंह राणा को एक ज्ञापन देकर बीएसएम तिराहे पर स्थित एक निजी अस्पताल पर कार्रवाई की मांग की. आरोप है कि इस निजी अस्पताल में उपचार के नाम पर मरीजों को ठगा जा रहा है. इसके साथ ही शहर भर में ऐसे अस्पताल जो फर्जीवाड़े के तहत संचालित किए जा रहे हैं, उनपर भी कार्रवाई की मांग की गई है.
बता दें, रुड़की सिविल लाइन निवासी 75 वर्षीय प्रेम चड्ढा नाम की तबियत खराब होने पर बीएसएम तिराहे पर स्थित रुड़की नर्सिंग होम नाम के एक निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया था. आरोप है की अस्पताल में बुजुर्ग को ब्लड की एक यूनिट चढ़ाई गई थी, जिसके बाद दो दिन प्रेम चड्ढा अस्पताल में भर्ती रहे. अस्पताल प्रबंधन ने बुजुर्ग से उपचार के नाम पर 22 हजार रुपये से ज्यादा वसूल किये है.
बताया जा रहा है कि बुजुर्ग के साथ अस्पताल में अभद्रता भी की गई है. आरोप है कि अस्पताल के बाहर रुड़की नर्सिंग होम का बोर्ड लगा है. जबकि बिल किसी और के नाम से काटे गए हैं. वहीं, एएसडीएम पूरण सिंह राणा ने बताया कि शिकायत पर स्वास्थ्य विभाग के साथ मिलकर जांच की जाएगी. यदि खामियां पाई गई तो उचित कार्रवाई भी अमल में लाई जाएगी.