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हरिद्वार की सबसे बड़ी लूट: CCTV में विष्णुघाट के पास देखे गए लुटेरे, रुड़की भागने का शक

हरिद्वार में ज्वेलरी शोरूम में गुरुवार को 2 करोड़ की लूटपाट के मामले में पुलिस शहर भर के सीसीटीवी फुटेज खंगाल रही है. साथ ही लुटेरों की तलाश में लगी है. लुटेरों के भागने का एक नया सीसीटीवी फुटेज सामने आया है.

robbery haridwar.
हरिद्वार लूट.
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Published : Jul 9, 2021, 12:56 PM IST

Updated : Jul 9, 2021, 2:55 PM IST

हरिद्वार: ज्वालापुर कोतवाली क्षेत्र के अंतर्गत शंकर आश्रम चौक के निकट मोरा तोरा ज्वेलर्स के शोरूम पर दिनदहाड़े हुई करीब 2 करोड़ की लूट के मामले में पुलिस शहर भर के सीसीटीवी फुटेज खंगाल रही है. साथ ही लुटेरों की तलाश में लगी है. इसी बीच एक सीसीटीवी फुटेज सामने आई है, जिसमें बदमाश लूट के बाद हरिद्वार के विष्णुघाट के पास देखे गए हैं. वहां वो अपने कपड़े बदल रहे हैं और फिर रुड़की की ओर भागने की बात कही जा रही है.

गौर हो कि धर्मनगरी हरिद्वार में बीती 8 जुलाई भरी दोपहर को हुई इस बड़ी लूट ने पुलिस व्यवस्था पर सवाल खड़े कर दिए हैं. यह लूट उस स्थान पर हुई जहां से कुछ दूरी पर ही पूर्व कैबिनेट मंत्री व वर्तमान बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष मदन कौशिक का घर है. इस लूट को हरिद्वार शहर में अब तक की सबसे बड़ी लूट बताया जा रहा है.

CCTV में विष्णुघाट के पास देखे गए लुटेरे.

इस घटना के बाद से पुलिस से हाथ-पांव फूल गए हैं और वो आठ टीमें बनाकर लुटेरों की तलाश में जुटी हुई है. ये आठ टीमें उत्तर प्रदेश, पंजाब और हरियाणा के लिए रवाना हो गई हैं. स्पेशल इन्वेस्टिगेशन यूनिट को इस घटना के खुलासे में लगाया गया है. शोरूम के सीसीटीवी फुटेज के आधार पर बदमाशों की खोजबीन शुरू करने के लिए मुखबिर तंत्र को भी सक्रिय कर दिया गया है.

वहीं, एक सीसीटीवी फुटेज सामने आई है, जिसमें बदमाश रुड़की भागने की बात कह रहे हैं. इससे पहले लुटेरे हरिद्वार के विष्णुघाट पर कपड़े बदलते दिखाई दे रहे हैं. फिलहाल पुलिस अभी इस मामले पर कुछ बोलने से बच रही है.

आपको बता दें कि, गुरुवार देर रात एसएसपी हरिद्वार सेंथिल अबुदई कृष्णराज एस ने लूट की घटना को सुरक्षा में कमी और सूचना देने में देरी मानते हुए उप निरीक्षक उमेश कुमार को लाइन हाजिर किया है. साथ ही प्रभारी निरीक्षक ज्वालापुर चंद्र चंद्राकर नैथानी को घटना के खुलासे के लिए 7 दिन का समय दिया है. खुलासा नहीं हो सका तो प्रभारी निरीक्षक ज्वालापुर के खिलाफ एक्शन लिया जाएगा.

बता दें कि, ज्वालापुर कोतवाली क्षेत्र में शंकर आश्रम के पास मोरा तारा ज्वेलर्स का शोरूम है. यहां गुरुवार (8 जुलाई) शाम करीब 4 बजे के आसपास हथियारबंद बदमाश अंदर घुस आए और लूटपाट करने लगे. बदमाशों को देखकर दुकान में बैठे ग्राहक भी सहम गए थे.

पढ़ें: फिल्मी स्टाइल में 1 करोड़ 80 लाख की लूट, दारोगा पर गिरी गाज, कोतवाल को अल्टीमेटम

बदमाशों ने हथियारों के बल पर शोरूम में मौजूद शोरूम स्वामी, कर्मचारी, सुरक्षाकर्मी और अन्य को धमकाते हुए बंधक बनाकर पीछे के कमरे में बंद कर दिया. करीब 10 मिनट तक बदमाश शोरूम के अंदर ही रहे और शोरूम में रखे सभी आभूषण और नकदी लूटकर फरार हो गए. बदमाशों के जाने के बाद शोरूम मालिक ने पुलिस को मामले की सूचना दी. पुलिस अभी सीसीटीवी फुटेज के आधार पर लुटेरों की तलाश कर रही है.

पढ़ें: वरिष्ठ IPS अधिकारी अभिनव कुमार CM धामी की टीम में शामिल

बता दें कि यह हरिद्वार शहर में अबतक की सबसे बड़ी लूट है. हरिद्वार में ये सर्राफ की दुकान पर पहली और सबसे बड़ी लूट हुई है. इससे पहले हरिद्वार में साल 2004 में रेलवे स्टेशन के पास इलाहाबाद बैंक में भी डकैती हुई थी. साल 2009 में शंकर आश्रम के पास ही प्राचीन अवधूत मंडल आश्रम में स्थित सिंडिकेट बैंक में भी शाम के समय डाकुओं ने डकैती डाली थी.

पढ़ें: IMA में तैनात मेजर से लाखों की धोखाधड़ी, केस दर्ज

2018 में थाना कलियर क्षेत्र के एक गांव में भी डकैती की वारदात हुई थी. साल 2018 में ही थाना कनखल क्षेत्र के जमालपुर की एक कॉलोनी में भी डकैती की घटना हुई थी. 2021 में बहादराबाद थाना क्षेत्र के दौलतपुर गांव में एक परिवार को बंधक बनाकर डकैती डाली गई थी.

हरिद्वार: ज्वालापुर कोतवाली क्षेत्र के अंतर्गत शंकर आश्रम चौक के निकट मोरा तोरा ज्वेलर्स के शोरूम पर दिनदहाड़े हुई करीब 2 करोड़ की लूट के मामले में पुलिस शहर भर के सीसीटीवी फुटेज खंगाल रही है. साथ ही लुटेरों की तलाश में लगी है. इसी बीच एक सीसीटीवी फुटेज सामने आई है, जिसमें बदमाश लूट के बाद हरिद्वार के विष्णुघाट के पास देखे गए हैं. वहां वो अपने कपड़े बदल रहे हैं और फिर रुड़की की ओर भागने की बात कही जा रही है.

गौर हो कि धर्मनगरी हरिद्वार में बीती 8 जुलाई भरी दोपहर को हुई इस बड़ी लूट ने पुलिस व्यवस्था पर सवाल खड़े कर दिए हैं. यह लूट उस स्थान पर हुई जहां से कुछ दूरी पर ही पूर्व कैबिनेट मंत्री व वर्तमान बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष मदन कौशिक का घर है. इस लूट को हरिद्वार शहर में अब तक की सबसे बड़ी लूट बताया जा रहा है.

CCTV में विष्णुघाट के पास देखे गए लुटेरे.

इस घटना के बाद से पुलिस से हाथ-पांव फूल गए हैं और वो आठ टीमें बनाकर लुटेरों की तलाश में जुटी हुई है. ये आठ टीमें उत्तर प्रदेश, पंजाब और हरियाणा के लिए रवाना हो गई हैं. स्पेशल इन्वेस्टिगेशन यूनिट को इस घटना के खुलासे में लगाया गया है. शोरूम के सीसीटीवी फुटेज के आधार पर बदमाशों की खोजबीन शुरू करने के लिए मुखबिर तंत्र को भी सक्रिय कर दिया गया है.

वहीं, एक सीसीटीवी फुटेज सामने आई है, जिसमें बदमाश रुड़की भागने की बात कह रहे हैं. इससे पहले लुटेरे हरिद्वार के विष्णुघाट पर कपड़े बदलते दिखाई दे रहे हैं. फिलहाल पुलिस अभी इस मामले पर कुछ बोलने से बच रही है.

आपको बता दें कि, गुरुवार देर रात एसएसपी हरिद्वार सेंथिल अबुदई कृष्णराज एस ने लूट की घटना को सुरक्षा में कमी और सूचना देने में देरी मानते हुए उप निरीक्षक उमेश कुमार को लाइन हाजिर किया है. साथ ही प्रभारी निरीक्षक ज्वालापुर चंद्र चंद्राकर नैथानी को घटना के खुलासे के लिए 7 दिन का समय दिया है. खुलासा नहीं हो सका तो प्रभारी निरीक्षक ज्वालापुर के खिलाफ एक्शन लिया जाएगा.

बता दें कि, ज्वालापुर कोतवाली क्षेत्र में शंकर आश्रम के पास मोरा तारा ज्वेलर्स का शोरूम है. यहां गुरुवार (8 जुलाई) शाम करीब 4 बजे के आसपास हथियारबंद बदमाश अंदर घुस आए और लूटपाट करने लगे. बदमाशों को देखकर दुकान में बैठे ग्राहक भी सहम गए थे.

पढ़ें: फिल्मी स्टाइल में 1 करोड़ 80 लाख की लूट, दारोगा पर गिरी गाज, कोतवाल को अल्टीमेटम

बदमाशों ने हथियारों के बल पर शोरूम में मौजूद शोरूम स्वामी, कर्मचारी, सुरक्षाकर्मी और अन्य को धमकाते हुए बंधक बनाकर पीछे के कमरे में बंद कर दिया. करीब 10 मिनट तक बदमाश शोरूम के अंदर ही रहे और शोरूम में रखे सभी आभूषण और नकदी लूटकर फरार हो गए. बदमाशों के जाने के बाद शोरूम मालिक ने पुलिस को मामले की सूचना दी. पुलिस अभी सीसीटीवी फुटेज के आधार पर लुटेरों की तलाश कर रही है.

पढ़ें: वरिष्ठ IPS अधिकारी अभिनव कुमार CM धामी की टीम में शामिल

बता दें कि यह हरिद्वार शहर में अबतक की सबसे बड़ी लूट है. हरिद्वार में ये सर्राफ की दुकान पर पहली और सबसे बड़ी लूट हुई है. इससे पहले हरिद्वार में साल 2004 में रेलवे स्टेशन के पास इलाहाबाद बैंक में भी डकैती हुई थी. साल 2009 में शंकर आश्रम के पास ही प्राचीन अवधूत मंडल आश्रम में स्थित सिंडिकेट बैंक में भी शाम के समय डाकुओं ने डकैती डाली थी.

पढ़ें: IMA में तैनात मेजर से लाखों की धोखाधड़ी, केस दर्ज

2018 में थाना कलियर क्षेत्र के एक गांव में भी डकैती की वारदात हुई थी. साल 2018 में ही थाना कनखल क्षेत्र के जमालपुर की एक कॉलोनी में भी डकैती की घटना हुई थी. 2021 में बहादराबाद थाना क्षेत्र के दौलतपुर गांव में एक परिवार को बंधक बनाकर डकैती डाली गई थी.

Last Updated : Jul 9, 2021, 2:55 PM IST
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