रुड़की: देशभर में किसान आंदोलन का मुद्दा गरमाया हुआ है. वहीं, फसलों के उचित दाम ना मिलने से भी किसान आहत है. रुड़की के रहमतपुर गांव के किसान भी फसल को सही दाम नहीं मिलने से आहत हैं. यहां के कई किसानों ने 30 बीघा में तैयार फूलगोभी की फसल पर ट्रैक्टर चला दिया. पीड़ित किसानों का कहना है कि बाजार में गोभी के दाम काफी कम है, जिस कारण फसल की लागत नहीं निकल पा रही है. साथ ही मंडी तक ले जाने का भाड़ा भी नहीं निकल पा रहा है. इसलिए मजबूरन गोभी की फसल को नष्ट करने को मजबूर हैं.
बता दे कि रुड़की से करीब 10 किलोमीटर की दूरी पर बसे रहमतपुर गांव में कुछ किसानों ने करीब 30 बीघा की तैयार फूलगोभी की फसल पर ट्रैक्टर चला दिया. पीड़ित किसानों का कहना है कि मंडी में गोभी के दाम कौड़ियों के भाव है, जितनी लागत फसल तैयार करने में लगाई गई है. उतनी गोभी बेचकर नहीं मिल रही है, जिसके चलते मजबूरन फसल को नष्ट करना पड़ रहा है.
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क्षेत्र में अधिकतर किसानों के पास अपनी जमीनें नही है. सब्जी उगाने के लिए दस हजार रुपये प्रति बीघा खेती की जमीन किराए पर ली जाती है और करीब इतना ही खर्च खाद पानी में लगता है. इसके बाद भी फसल के दाम नहीं मिल रहे है. ऐसे में परिवार के सामने रोजी-रोटी का संकट आन खड़ा हुआ है. पीड़ित किसान बताते है की ऐसे हालात में उनके सामने सिर्फ आत्महत्या करने का रास्ता बचता है.
वही, किसान नेता गुलशन रोड ने कहा कि मौजूदा समय में किसान सरकार की नीतियों से परेशान है. किसानों को फसलों का दाम नहीं मिल रहा और सरकार जबरन काला कानून किसानों के सर थोपना चाहती है. उन्होंने बताया जमीन से जुड़े किसान इतना परेशान है कि अपनी तैयार फसलों को नष्ट करने को मजबूर हो रहे हैं.