हरिद्वार(उत्तराखंड): उत्तराखंड में आज बड़ा हादसा हुआ. ऋषिकेश में चीला मार्ग पर वन विभाग का इलेक्ट्रॉनिक व्हीकल ट्रायल के दौरान पेड़ से टकरा गया. जिससे तीन वन रेंजर्स और एक कर्मचारी की मौत हो गई. स दुर्घटना में जिन वनाधिकारियों की मौत हुई है उनमें PMO उपसचिव मंगेश घिल्ड़ियाल के भाई भी शामिल हैं. इसके साथ ही इलेक्ट्रॉनिक व्हीकल में सवार कुछ लोग चीला शक्ति नहर में जा गिरे. जिनमें से एक की मौत हो गई. इस घटना में अभी 5 घायल हो गये, जबकि एक महिला अभी भी लापता है. जिसके लिए चीला शक्ति नहर में रेस्क्यू अभियान चलाया गया.
मौत की वजह बनी इंटरसेप्टर, उठने लगे सवाल: देर रात सर्च ऑपरेशन चलाने के लिए एसडीआरएफ और पुलिस को चुनौतियों का सामना करना पड़ा. जिसके कारण सर्च ऑपरेशन सुबह तक टाल दिया गया है. वहीं, ट्रायल में उपयोग की जा रही इंटरसेप्टर गाड़ी पर भी प्रश्न चिन्ह लगने शुरू हो गए हैं. बात अगर इस इलेक्ट्रॉनिक व्हीकल इंटरसेप्टर की करें तो यह पुरानी गाड़ी थी. इसके हाल कुछ अच्छे नहीं थे. करीब एक दो साल पुरानी गाड़ी के टायर भी अच्छी कंडीशन में नहीं थे. जिसे हादसे की वजह भी माना जा रहा है.
पढ़ें- उत्तराखंड में बड़ा हादसा, PMO उपसचिव के भाई समेत 4 वनाधिकारियों की मौत, महिला नहर में लापता, 5 घायल
पुरानी गाड़ी पर ट्रायल, टायर फटने से हुआ हादसा: बताया जा रहा है कि इलेक्ट्रॉनिक व्हीकल का टायर अचानक फट गया. जिसके कारण इलेक्ट्रॉनिक व्हीकल अनियंत्रित हो गया है. जिसके कारण इलेक्ट्रॉनिक व्हीकल पेड़ से टकरा गया. ये टक्कर इतनी जोरदार थी कि किसी को भी संभलने का मौका नहीं मिला. इस घटना में मौके पर ही तीन वन रेंजर्स की मौत हो गई, जबकि कुछ लोग इलेक्ट्रॉनिक व्हीकल से छिटक कर चीला शक्ति नहर में जा गिरे.इस ट्रायल को लेकर जब वार्डेनों से बात की गई तो वे सभी उस पर कुछ भी बोलने से बचते नजर आये. ट्रायल की लिये इस्तेमाल की जा रही इंटरसेप्टर पर किसी भी कंपनी का लोगों नहीं है.
पढ़ें- गुजरात में थी बड़ी डकैती की तैयारी,रेकी करते धरा गया दून ज्वैलरी लूट का आरोपी,जानें क्राइम कुंडली
सुबह तक रोका गया सर्च ऑपरेशन: एसडीआरएफ कमांडेंट मणिकांत मिश्रा ने बताया हादसे के तुरंत बाद उनकी टीम मौके पर पहुंची. आनन-फानन में सर्च ऑपरेशन शुरू किया गया. सर्च ऑपरेशन पहले वन क्षेत्र में किया गया. जिसके बाद नहर में भी इस ऑपरेशन को किया गया. उन्होंने बताया रात और नहर में आ रहे करंट के कारण इस ऑपरेशन को फिलहाल रोका गया है. नहर को पूरी तरह से बंद करवाया गया है. लगभग 3 से 4 घंटे बाद पानी का स्तर कम होगा. जिसके बाद सुबह फिर से इस ऑपरेशन को शुरू किया जाएगा.
वन मंत्री ने दिये जांच के आदेश: घटना की जानकारी मिलने के बाद सीएम धामी ने इस हादसे दुख जताया. वन मंत्री सुबोध उनियाल ने भी घटना पर शोक जताया. उन्होंनें दुर्घटना में मारे गये अधिकारियों और कार्मिकों की आत्मा की शांति के लिए प्रार्थना की. साथ ही शोक संतप्त परिवारजनों प्रति संवेदना प्रकट की. साथ ही वन मंत्री सुबोध उनियाल ने इस घटना के जांच के आदेश भी दे रहे हैं.