हरिद्वारः निर्मल पंचायती अखाड़ा में संपत्ति विवाद सुलझने का नाम नहीं ले रहा है. हरिद्वार के पथरी थाना क्षेत्र स्थित एकड़ खुर्द में निर्मल पंचायती अखाड़े की सैकड़ों बीघा जमीन को लेकर अखाड़े के दो गुटों में विवाद बढ़ता जा रहा है. रविवार को पथरी में अखाड़े पर काबिज गुट ने महंतों पर कई गंभीर आरोप लगाए हैं.
खुद को अखाड़े के सचिव बताने वाले महंत ने अखाड़े के अध्यक्ष सहित कई महंतों पर अखाड़े की संपत्ति को खुर्द बुर्द करने का आरोप लगाते हुए प्रशासन से उनकी जांच कर कार्रवाई करने की मांग की है. अखाड़े के दो गुटों के बीच चल रहे विवाद से गांव में तनाव के हालात बने हुए हैं. तनाव को देखते हुए अखाड़े में पीएसी तैनात कर दी गई है.
निर्मल पंचायती अखाड़े में साधु संतों के बीच पिछले एक साल से चल रहा विवाद अब और गहरा गया है. पहले अखाड़े के सचिव महंत बलवन्त सिंह और अखाड़े के अध्यक्ष महंत ज्ञानदेव के बीच शुरू हुआ विवाद हाई कोर्ट तक जा पंहुचा था.
करीब 6 महीने से ज्यादा चले विवाद में आखिरकार महंत बलवन्त सिंह और ज्ञानदेव के बीच समझौता हो गया तो अखाड़े के कोठारी पद से हटाए गए महंत गोपालदास ने अखाड़े के खिलाफ मोर्चा खोल दिया था.
अब अखाड़े की हरिद्वार के पथरी गांव की शाखा के महंत प्रेम सिंह को जब अखाड़े ने हटाया गया तो उन्होंने अखाड़े से कब्जा छोड़ने से इनकार कर दिया. करीब एक सप्ताह से पथरी अखाड़े पर कब्जे को लेकर दोनों गुटों के बीच खींचतान चल रही है.
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रविवार को पथरी अखाड़े पर काबिज गुट के महंत और अखाड़े के सचिव बताने वाले महंत हाकम सिंह ने अखाड़े के अध्यक्ष और अन्य महंतों पर कई गंभीर आरोप लगाए हैं.
हाकम सिंह ने पत्रकार वार्ता में अखाड़े के अध्यक्ष और महंतों पर अखाड़े की कई संपत्तियों को अवैध तरीके से बेचने के आरोप लगाते हुए कहा कि ये लोग अखाड़े की संपत्ति को खुर्द-बुर्द कर रहे हैं.
उन्होंने कहा कि अखाड़े की संपत्तियों को खुर्द-बुर्द करने की जांच के लिए वो प्रशासन से मांग करेंगे. उनका कहना है कि अखाड़े के पदाधिकारियों के खिलाफ मुख्यमंत्री और राज्यपाल से मिलकर कार्रवाई की मांग भी करेंगे.
पदाधिकारियों ने दूसरे गुट के आरोपों को बताया गलत
उधर अखाड़े के पदाधिकारियों ने दूसरे गुट के आरोपों को गलत बताया है. उल्टे अखाड़े के कोठारी ने आरोप लगाया कि कुछ लोग अखाड़े की संपत्तियों को नाजायज तरीके से बेचने की कोशिश कर रहे हैं. अखाड़े की पथरी शाखा के महंत को अखाड़े ने हटा दिया है मगर वह अखाड़े की संपत्तियों पर कब्जा करके बैठे हुए हैं. उन्होंने कहा कि अखाड़े की संपत्तियों की जांच हो तो पता चल जाएगा कि कौन अखाड़े की संपत्तियों को खुर्द-बुर्द कर रहा है.
निर्मल पंचायती अखाड़े के संतों में हो रही संपत्ति विवाद को लेकर पुलिस प्रशासन भी सतर्क है. पुलिस द्वारा अखाड़े में पीएसी तैनात कर दी गई है. सीओ राजन सिंह का कहना है कि दो पक्षों में अखाड़े की संपत्ति को लेकर विवाद चल रहा है.
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दोनों ही पक्षों की वार्ता जारी है. पुलिस द्वारा शांति व्यवस्था बनाने को लेकर मौके पर पीएसी को तैनात किया गया है और थाना स्तर पर भी निगरानी रखे हुए हैं. किसी भी दिशा में कानून व्यवस्था को बिगड़ने नहीं दिया जाएगा.
यह मामला थाना पथरी एकड़ गांव में निर्माण पंचायती अखाड़े की संपत्ति को लेकर है. इस विवाद को लेकर दोनों ही पक्ष कोर्ट में जाने को लेकर स्वतंत्र हैं अगर कोई भी माहौल खराब करता है तो उसके विरुद्ध कड़ी कार्रवाई की जाएगी.
अखाड़े की संपत्ति को लेकर जिस तरह से दो संतों के गुट आमने-सामने आ गए हैं और एक-दूसरे पर अखाड़े की संपत्ति को खुर्द-बुर्द करने का आरोप-प्रत्यारोप लगा रहे हैं उससे कहीं ना कहीं संतो की मर्यादा धूमिल हो रही है. क्योंकि संत मोह माया से दूर रहते हैं, मगर निर्मल पंचायती अखाड़े के संतों में यह देखने को नहीं मिल रहा है.
मोह माया के फेर में संत इतने गिर गए हैं कि उनको लोगों को ज्ञान देने की बजाय अखाड़े की संपत्तियों को लेकर एक दूसरे से भिड़ने में लगे हैं.