हरिद्वार: कोरोना वायरस संकट के बीच हर वर्ग के लोग परेशान हैं. व्यापारियों का कारोबार ठप है, वहीं मजदूरों का रोजगार छिन गया है. हरिद्वार के मंदिरों के पुरोहितों के सामने भी आर्थिक संकट मुंह खोले खड़ी है. अनलॉक-1 के तहत सरकार ने मंदिरों को खोलने की अनुमति तो दे दी है, लेकिन मंदिर से श्रद्धालु गायब हैं. कोरोना संकट के बीच श्रद्धालु अब मंदिरों का रुख करने से बच रहे हैं. कोरोना से पहले धर्मनगरी हरिद्वार के मंदिरों में श्रद्धालुओं की भारी भीड़ जमा होती थी, वहीं, अब मंदिरों में सन्नाटा पसरा हुआ है.
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मंदिर के पुजारियों का कहना है कि अनलॉक-1 के तहत खुल रहे धार्मिक स्थलों से श्रद्धालु दूरी बना रहे हैं. जिसके कारण अब मंदिर का खर्चा उठाना भी भारी पड़ने लगा है. पुजारियों का कहना है कि श्रद्धालुओं की दान-दक्षिणा से ही परिवार चलता है. ऐसे में कोरोना के बढ़ते खतरे से श्रद्धालु मंदिर आने से बच रहे हैं या फिर दूर से ही दर्शन कर बिना दान किए ही चले जा रहे हैं. जिसकी वजह से घर का खर्चा चलाना मुश्किल हो रहा है.