देहरादून: साल 2021 में हरिद्वार होने वाले कुंभ मेला की तैयारियां अभी से शुरू हो गई हैं. शासन स्तर पर कुंभ मेला का रोडमैप तैयार किया जा रहा है ताकि इस बार कुंभ मेला का बेहतर और भव्य आयोजन किया जा सके. बता दें, उत्तराखंड राज्य बनने के बाद पहली बार साल 2010 में हुई कुंभ मेला का आयोजन किया गया था.
हरिद्वार सांसद रमेश पोखरियाल निशंक ने बताया कि हरिद्वार के कुंभ का अलग ही महत्व है. साल 2010 में कुंभ बेहतर तरीके से संपन्न हुआ था. 2021-22 में आने वाले कुंभ को भी बेहतर तरीके से आयोजित किया जाएगा. उन्होंने कहा कि हरिद्वार का सांसद होने के नाते वो चाहेंगे कि कुंभ 2021-22 एक बार फिर से यादगार बने और पूरी दुनिया से लोग एक बार फिर हरिद्वार आकर यहां से नई ऊर्जा लेकर जाए.
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कांग्रेस ने उठाए सवाल
कांग्रेस प्रदेश उपाध्यक्ष सूर्यकांत धस्माना का कहना है कि कुंभ आदिकाल से है और सनातन परंपरा का एक महत्वपूर्ण अंग है, लेकिन जो सनातन परंपरा और हिंदू धर्म के ध्वजवाहक बनते हैं वो कुंभ को राजनीतिक एजेंडे में न लाएं. कुंभ तो होना ही है और नेताओं को इस पर प्रपंच नहीं करना चाहिए.
सरकार को नसीहत
धस्माना ने नसीहत देते हुए कहा कि सरकार को व्यवस्थाएं ठीक करने के लिए कहा है. साथ ही गंगा घाटों को ठीक करने और गरीबों को ठहने की उचित व्यवस्था करने के लिए कहा है.
ड्रोन से की जाएगी मेला क्षेत्र की निगरानी
अपर सचिव उदय सिंह राणा ने बताया कि कुंभ मेला की निगरानी और व्यवस्था बनाए रखना सरकार की प्राथमिकता है. उन्होंने बताया कि इस बार कुंभ में ड्रोन के कैमरे नजर रखी जाएगी, जिससे कुंभ में कूड़े के ढेर न लग सकें.