रुड़की: कोरोना के बीच लॉकडाउन में गरीब मजबूर लोगों के लिए कुछ जिम्मेदार लोग मसीहा साबित हो रहे हैं. वहीं, कोरोना संक्रमण का भय इतना है कि कुछ लोग इंसानियत तक भूल गए हैं. ऐसा ही एक मामला रुड़की में सामने आया है. जहां मध्यप्रदेश के एक युवक को काम के लिए लाया गया था लेकिन उसे बुखार और खांसी की शिकायत होने पर सड़क पर छोड़ दिया गया. जिसके बाद पुलिस ने युवक को अस्पताल भिजवा दिया.
दरअसल, रुड़की की सिविल लाइन कोतवाली पुलिस को सड़क पर घूम रहे एक युवक ने बातचीत के दौरान बताया कि उसका नाम वीरेंद्र विश्वकर्मा है और वह मध्यप्रदेश के रीवा जिले का निवासी है. उसने बताया कि उसे मध्यप्रदेश से रुड़की काम के लिए लाया गया था लेकिन उसे बुखार और खांसी की शिकायत होने पर सड़क पर छोड़ दिया गया. जिसके बाद पुलिस ने उसे अस्पताल भिजवाया, जहां से जांच रिर्पोट नॉर्मल आने के बाद पुलिस ने लॉकडॉउन जारी रहने तक उसके रहने खाने की व्यवस्था की. वहीं, सीएमएस संजय कंसल ने बताया कि उसमें इस प्रकार के कोई गंभीर लक्षण नहीं मिले हैं. जांच के बाद युवक को वापस भेज दिया गया है.
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वहीं, कोतवाली प्रभारी अमरजीत सिंह ने अपने खर्चे पर युवक की एक होटल में ठहरने की व्यवस्था की है. साथ ही जब तक युवक को घर भेजने का प्रबंध नहीं हो जाता है तो उसके रहने और खाने का खर्चा पुलिस वहन करेगी.