लक्सर: हरिद्वार पथरी जहरीली शराब कांड (Haridwar illegal liquor scandal) के बाद पुलिस शराब तस्करों पर सख्त कार्रवाई कर रही है. कच्ची शराब के खिलाफ चलाए जा रहे अभियान के तहत खानपुर पुलिस ने ड्रोन कैमरे (drone camera) की मदद से खेतों में चल रही दो कच्ची शराब की भट्टियों पर छापा मारा, साथ ही तीन तस्करों को गिरफ्तार (Police arrested liquor smugglers) किया है. जबकि, एक आरोपित मौके से फरार हो गया.
पथरी जहरीली शराब कांड (Haridwar Pathri poisonous liquor scandal) में मौतों का आंकड़ा लगातार बढ़ रहा है. जिसके बाद जनपद में पुलिस अभियान चलाकर (Police launched campaign) शराब तस्करों (alcohol smuggler) पर सख्त कार्रवाई कर रही है. खेत और जंगल में चलाई जा रही कच्ची शराब की भट्टियों को पकड़ने के लिए पुलिस अब ड्रोन कैमरे की मदद ले रही है. खानपुर थानाध्यक्ष अरविंद रतूड़ी ने बताया कि पुलिस ने ड्रोन कैमरे की मदद से तुगलपुर, आलमपुरा में छापेमारी कर तीन आरोपितों को पकड़ा है. तुगलपुर में कच्ची शराब की शराब की भट्टी पर छापा मारकर पुलिस ने आरोपित गगनदीप को गिरफ्तार किया, जबकि उसका भाई मनदीप मौके से भाग निकला.
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मनदीप पहले भी शराब के मामले में गिरफ्तार हो चुका है, मौके से 30 लीटर कच्ची शराब और लाहन बरामद किया गया. दूसरी पुलिस टीम ने आलमपुरा में छापा मारकर आरोपित रजवंत व बलवंत को गिरफ्तार किया. मौके से 20 लीटर कच्ची शराब और उपकरण बरामद किए. दोनों स्थानों पर पुलिस ने भारी मात्रा में यूरिया भी बरामद किया, जिसका इस्तेमाल कच्ची शराब बनाने में किया जा रहा है. अरविंद रतूड़ी ने बताया कि आरोपितों के खिलाफ आबकारी एक्ट के साथ ही आईपीसी की धाराओं में भी मुकदमा दर्ज किया गया है.
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बता दें कि पथरी जहरीली शराब कांड में मौत का सिलसिला रुकने का नाम नहीं ले रहा है. सोमवार को हरिद्वार जहरीली शराब कांड में 9वीं मौत हुई (one more death in Toxic alcohol) है. जिस व्यक्ति की मौत हुई है, उसका एम्स में इलाज चल रहा था, जिसने सोमवार को दम तोड़ दिया. जिस व्यक्ति ने सोमवार को एम्स में इलाज के दौरान दम तोड़ा है, उसका नाम देवेंद्र पुत्र बीरबल निवासी दुर्गागढ़ था. सुखराम (40) निवासी शिवगढ़ था. हरिद्वार जहरीली शराब कांड (Poisonous Liquor Case haridwar) में तीन दिनों के भीतर वैसे तो लोगों में चर्चा है कि 11 लोगों की मौत हो चुकी है, लेकिन जिला प्रशासन तीन दिन पहले हुई तीन लोगों की मौत का कारण जहरीली शराब पीनी नहीं मान रहा है. ऐसे में सरकारी आंकड़ों के हिसाब से हरिद्वार जहरीली शराब कांड में 8 लोगों की मौत हुई है.