हल्द्वानी: कोरोना संक्रमण से लड़ रहे डॉक्टर और प्रशासन के साथ कवि भी इस मुहिम में शामिल हैं. मशहूर व्यंग्यकार कवि वेद प्रकाश ऐसे तो हल्द्वानी बेस अस्पताल में चिकित्सक हैं. लेकिन, एक विख्यात कवि के रूप में भी उनकी पहचान हैं.
ड्यूटी के साथ-साथ कवि वेद प्रकाश व्यंग कविता के माध्यम से लोगों को इस महामारी से लड़ने के लिए अपील कर रहे हैं, जो सोशल मीडिया में खूब वायरल हो रहा है. कवि वेद प्रकाश प्रजापति उर्फ अंकुर ने कहा कि कोरोना महामारी से लड़ने के लिए सरकार का साथ देना चाहिए, तभी इस महामारी से निपटा जा सकता है. उन्होंने कहा है कि कोरोना ना हिंदू जानता है, ना मुसलमान, कोरोना ना बूढ़ा जानता है, ना जवान, केवल लोगों की जान लेना जानता हैं.
कोरोना दिखता नहीं है पर दुश्मन बड़ा है, हमारे घर में आने को अड़ा है, कोरोना लोगों की जान लेना जानता है. इस तरह के व्यंग के माध्यम से वे लोगों को कोरोना महामारी से बचने के लिए लोगों को जागरूक कर रहे हैं. उनकी कविताओं को लोगों द्वारा काफी पसंद भी किया जा रहा है.
पढ़ें- कोरोनाः बोले DG Law and Order, अब तक के इतिहास में सबसे बड़ी चुनौती, लोगों का भी बदला नजरिया
वहीं व्यंगकार कवि वेद प्रकाश एक जाने-माने कवि हैं. कई मंचों पर वे अपना लोहा मनवा चुके हैं. कविताएं लिखने और पढ़ने के साथ-साथ वे इन दिनों कोरोना संक्रामक से लड़ने वाले मेडिकल टीम में काम भी कर रहे हैं.