देहरादून: दो साल बाद शुरू हुई चारधाम यात्रा 2022 (Chardham Yatra 2022) के कारण हरिद्वार में बड़ी संख्या में श्रद्धालु पहुंच रहे हैं. ऐसे में यात्रियों को कोई परेशानी न हो इसको लेकर शासन-प्रशासन कई बार कार्रवाई के बड़े-बड़े दावे कर चुका है लेकिन हरिद्वार की सड़कों पर ऑटो, विक्रम और ई-रिक्शा धड़ल्ले से दौड़ रहे हैं. साथ ही सड़कों पर अतिक्रमण भी फैला हुआ है, जिससे तमाम व्यवस्थाएं चौपट होती नजर आ रही हैं. ऐसे में यात्रियों का सड़कों पर चलना मुश्किल हो गया है.
शहर में कोतवाली से शिवमूर्ति चौक के बीच तो सड़क के किनारे यात्रियों के पैदल चलने तक की जगह नहीं बची है. स्थानीय निवासी आशुतोष शर्मा ने कहा कि यात्रा सीजन में उन्हें रोजाना दिक्कतें उठानी पड़ रही हैं मगर शासन-प्रशासन इस ओर कोई ध्यान नहीं दे रहा है. स्थानीय व्यापारी कुलदीप कहते हैं कि जाम की यह समस्या अब पुरानी हो चुकी है. पुलिस-प्रशासन भी इस ओर कोई ध्यान नहीं दे रहा है. उनकी मांग है कि जाम से बचने के लिए बाजार में चौपहिया वाहनों के प्रवेश पर रोक लगनी चाहिए, ताकि जाम की वजह से किसी को भी असुविधा न हो.
जाम की समस्या जस की तस: हरिद्वार में हाल ही में प्रशासन ने मुख्य बाजारों से अतिक्रमण हटाओ अभियान भी चलाया गया था ताकि यात्रा सीजन में जाम से छुटकारा मिल सके लेकिन इस अभियान का कोई खास असर होता नजर नहीं आ रहा है. हरिद्वार में जाम की स्थिति जस की तस बनी हुई है. सड़कों पर लगने वाले जाम के पीछे एक बड़ा कारण बाजारों में धड़ल्ले से घूमने वाले ऑटो विक्रम और रिक्शा भी हैं. इसके अलावा राम घाट, मोती बाजार और बड़ा बाजार में दुकानों के बाहर 5 से 10 फीट तक अतिक्रमण कर व्यापारियों ने अपनी दुकानें बढ़ा ली हैं, जिसके चलते सड़क सिमट के रह गई है.
पढे़ं- चारधाम यात्रियों को CM धामी की नसीहत, 'अस्वस्थ लोग यात्रा पर ना आएं'
जिला प्रशासन चलाएगा अतिक्रमण हटाओ अभियान: हरिद्वार जिला प्रशासन बाजारों में बढ़ती भीड़ को देखते हुए अतिक्रमण करने वालों के खिलाफ बीते कुछ दिनों से सख्त नजर आ रहा है. मुख्य बाजारों के बाद अब जिलाधिकारी के आदेश पर हरकी पैड़ी और इसके आसपास के तंग बाजारों में भी अतिक्रमण करने वालों के खिलाफ बड़ी कार्रवाई शुरू करने जा रहा है. इसमें न केवल सड़कों पर काबिज दुकानदारों के अतिक्रमण को हटाया जाएगा बल्कि ना मानने वालों के खिलाफ मुकदमे भी दर्ज होंगे.