हरिद्वार: आदमी के पास जब पैसा और रुतबा हो तो नियम और कानून बौने हो जाते हैं. ऐसा ही कुछ इन दिनों हरिद्वार में देखने को मिल रहा है. कनखल थाना क्षेत्र के सिंहद्वार और देशरक्षक तिराहे के बीच आबादी वाले क्षेत्र में पेट्रोल पंप (Haridwar Petrol Pump) का निर्माण कार्य मानकों को ताक पर रखकर हो रहा है, जिसके निर्माण पर अब सवाल उठने शुरू हो गये हैं.
बता दें कि कि हरिद्वार-रुड़की विकास प्राधिकरण (Haridwar Roorkee Development Authority) के अधिकारी वैसे तो शहर भर में नियमों के विपरीत होने वाले अवैध निर्माणों के खिलाफ आए दिन सीलिंग और ध्वस्तीकरण की कारवाई करते हैं. लेकिन कनखल क्षेत्र (Haridwar Kankhal area) में बन रहे एक पेट्रोल पंप पर किसी की नजर नहीं पड़ रही है. ऐसा तब हुआ जब उत्तराखंड प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड इस पेट्रोल पंप को लगाने की मांगी गई अनुमति को ही खारिज कर चुका है. बता दें कि 2018 में भी इस पेट्रोल पंप स्वामी द्वारा इससे संबंधित विभाग से अनुमति मांगी गई थी, लेकिन इससे संबंधित खाद्यपूर्ति विभाग, एचआरडीए, पीडब्ल्यूडी आदि सभी विभागों से इस पेट्रोल पंप स्वामी को अनापत्ति प्रमाण पत्र नहीं मिल पाया था. क्योंकि इसके लिए कुछ मानक पूरे करने होते हैं.
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मानकों में जैसे कि पेट्रोल पंप आबादी वाले क्षेत्र में ना हो, आसपास में स्कूल ना हो और चौराहे से 300 मीटर दूर होना, सड़क से 75 मीटर की दूरी पर होना चाहिए. यह सारे मानक पूरे न होने से यह निर्माण कार्य पिछले पांच वर्षों से लंबित था. लेकिन अब दोबारा उक्त निर्माण, स्वामी अपने ऊंचे रसूख और संबंधित विभागों के अधिकारियों के साथ साठगांठ कर अपने मंसूबों को कामयाब करने में लगा हुआ है.
क्या कहते हैं अधिकारी: हरिद्वार रुड़की विकास प्राधिकरण के अधिकारी (Haridwar Roorkee Development Authority Officer) पंकज पाठक का कहना है कि इस संबंध में हमें शिकायत मिली है. पूर्व में इस पेट्रोल पंप को अनुमति तमाम मानकों के आधार पर ही दी गई थी. लेकिन अब पता चला है कि कुछ मानकों में बदलाव आया है. चूंकि अभी तक यह पेट्रोल पंप संचालित नहीं हुआ है, इसलिए शिकायतों की जांच शुरू कर दी गई है. अगले 2 से 3 दिन में जांच पूरी कर कार्रवाई की जाएगी.