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Haridwar Library scam: याचिकाकर्ता सच्चिदानंद डबराल बोले- SC से न्याय की उम्मीद जगी

हरिद्वार विधायक मदन कौशिक की मुश्किलें बढ़ने वाली हैं. हरिद्वार लाइब्रेरी घोटाले में सुप्रीम कोर्ट ने 14 अक्टूबर तक जवाब मांगा है. सुप्रीम कोर्ट में एसएलपी दाखिल करने वाले सच्चिदानंद डबराल ने कोर्ट के फैसले पर अपनी प्रतिक्रिया जाहिर की है. उनका कहना है कि हरिद्वार की जनता को न्याय मिलने की उम्मीद है.

Haridwar library case
हरिद्वार लाइब्रेरी केस
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Published : Sep 20, 2022, 12:44 PM IST

हरिद्वार: हरिद्वार लाइब्रेरी घोटाला मामले में सुप्रीम कोर्ट में एसएलपी दाखिल करने वाले सच्चिदानंद डबराल का कहना है कि अब उन्हें उम्मीद है कि हरिद्वार की जनता, जिसके लिए वह उन्होंने ये कोशिश की उन्हें अब न्याय जरूर मिलेगा. दरअसल, उत्तराखंड के बीजेपी के पूर्व अध्यक्ष एवं हरिद्वार विधायक मदन कौशिक की मुश्किलें बढ़ने वाली हैं. हरिद्वार लाइब्रेरी घोटाले में सुप्रीम कोर्ट ने 14 अक्टूबर तक जवाब मांगा है.

सच्चिदानंद डबराल उर्फ सचिन का कहना है कि उन्होंने इससे पहले भी हाईकोर्ट में वाद दायर किया था, जिसमें बताया गया था कि कोई भी पुस्तकालय धरातल पर मौजूद नहीं है. किसी में मंदिर तो किसी में बारात घर बनाया गया है. लेकिन किसी कारणवश नैनीताल उच्च न्यायालय ने हमारी याचिका को खारिज कर दिया था. अब जिस तरह से सुप्रीम कोर्ट ने सभी पार्टियों को नोटिस जारी किए हैं, यह खुशी की बात है.

याचिकाकर्ता सच्चिदानंद डबराल को न्याय की उम्मीद बढ़ी

उन्होंने बताया कि 14 अक्टूबर तक सभी को सुप्रीम कोर्ट में अपने जवाब सबमिट करने हैं. इतना ही नहीं सच्चिदानंद डबराल ने बताया कि जब हाईकोर्ट ने हमारी याचिका खारिज कर दी थी, तो उसके बाद भी एक आरटीआई नगर निगम में डाली थी. उसका जवाब भी यही आया है कि कोई भी लाइब्रेरी हरिद्वार में नहीं है. इससे आप अंदाजा लगा सकते हैं कि विधायक निधि का कितना दुरुपयोग विधायक मदन कौशिक द्वारा किया गया, जिसमें सरकारी विभागों की भी मिलीभगत है.

अब सुप्रीम कोर्ट के इस फैसले से उम्मीद जगी है कि न्याय जरूर मिलेगा और हरिद्वार के जो वंचित बच्चे हैं, जो पुस्तकालय में चाहते हैं, उन सभी को पुस्तकालय जल्द ही मिलेगा और दोषियों के खिलाफ कार्रवाई होगी.
पढ़ें- हरिद्वार लाइब्रेरी घोटाले की सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई, मदन कौशिक से 14 अक्टूबर तक मांगा जवाब

लगातार मिल रही है धमकियां: सच्चिदानंद डबराल उर्फ सचिन का कहना है कि जब से उन्होंने सुप्रीम कोर्ट में एसएलपी लगाई है, तब से उनको लगातार जान से मारने की धमकियां मिल रही हैं. कई लोगों ने तो यह तक कह दिया कि आपका बच्चा अकेले स्कूल में जाता है. उसे आप के कारण नुकसान हो सकता है. इतना ही नहीं उनके ऊपर लगातार दबाव बनाया जा रहा है लेकिन वो इस लड़ाई से पीछे हटने वाले नहीं हैं. उनकी लड़ाई हरिद्वार के हर उस बच्चे की लड़ाई है, जो पुस्तकालय में पढ़ना चाहता है और अपना भविष्य बनाना चाहता है.

सच्चिदानंद डबराल ने बताया कि बीते दिनों खबर मिली थी कि मदन कौशिक ने कांग्रेस नेता सतपाल ब्रह्मचारी से मुलाकात की थी और उनको मनाने की कोशिश की गई. उन्होंने बताया कि सतपाल ब्रह्मचारी और वो एक अच्छे दोस्त हैं. उन्होंने कहा कि वो फैसले लेने में सक्षम हैं और किसी के बहकावे में नहीं आने वाले हैं.

हरिद्वार: हरिद्वार लाइब्रेरी घोटाला मामले में सुप्रीम कोर्ट में एसएलपी दाखिल करने वाले सच्चिदानंद डबराल का कहना है कि अब उन्हें उम्मीद है कि हरिद्वार की जनता, जिसके लिए वह उन्होंने ये कोशिश की उन्हें अब न्याय जरूर मिलेगा. दरअसल, उत्तराखंड के बीजेपी के पूर्व अध्यक्ष एवं हरिद्वार विधायक मदन कौशिक की मुश्किलें बढ़ने वाली हैं. हरिद्वार लाइब्रेरी घोटाले में सुप्रीम कोर्ट ने 14 अक्टूबर तक जवाब मांगा है.

सच्चिदानंद डबराल उर्फ सचिन का कहना है कि उन्होंने इससे पहले भी हाईकोर्ट में वाद दायर किया था, जिसमें बताया गया था कि कोई भी पुस्तकालय धरातल पर मौजूद नहीं है. किसी में मंदिर तो किसी में बारात घर बनाया गया है. लेकिन किसी कारणवश नैनीताल उच्च न्यायालय ने हमारी याचिका को खारिज कर दिया था. अब जिस तरह से सुप्रीम कोर्ट ने सभी पार्टियों को नोटिस जारी किए हैं, यह खुशी की बात है.

याचिकाकर्ता सच्चिदानंद डबराल को न्याय की उम्मीद बढ़ी

उन्होंने बताया कि 14 अक्टूबर तक सभी को सुप्रीम कोर्ट में अपने जवाब सबमिट करने हैं. इतना ही नहीं सच्चिदानंद डबराल ने बताया कि जब हाईकोर्ट ने हमारी याचिका खारिज कर दी थी, तो उसके बाद भी एक आरटीआई नगर निगम में डाली थी. उसका जवाब भी यही आया है कि कोई भी लाइब्रेरी हरिद्वार में नहीं है. इससे आप अंदाजा लगा सकते हैं कि विधायक निधि का कितना दुरुपयोग विधायक मदन कौशिक द्वारा किया गया, जिसमें सरकारी विभागों की भी मिलीभगत है.

अब सुप्रीम कोर्ट के इस फैसले से उम्मीद जगी है कि न्याय जरूर मिलेगा और हरिद्वार के जो वंचित बच्चे हैं, जो पुस्तकालय में चाहते हैं, उन सभी को पुस्तकालय जल्द ही मिलेगा और दोषियों के खिलाफ कार्रवाई होगी.
पढ़ें- हरिद्वार लाइब्रेरी घोटाले की सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई, मदन कौशिक से 14 अक्टूबर तक मांगा जवाब

लगातार मिल रही है धमकियां: सच्चिदानंद डबराल उर्फ सचिन का कहना है कि जब से उन्होंने सुप्रीम कोर्ट में एसएलपी लगाई है, तब से उनको लगातार जान से मारने की धमकियां मिल रही हैं. कई लोगों ने तो यह तक कह दिया कि आपका बच्चा अकेले स्कूल में जाता है. उसे आप के कारण नुकसान हो सकता है. इतना ही नहीं उनके ऊपर लगातार दबाव बनाया जा रहा है लेकिन वो इस लड़ाई से पीछे हटने वाले नहीं हैं. उनकी लड़ाई हरिद्वार के हर उस बच्चे की लड़ाई है, जो पुस्तकालय में पढ़ना चाहता है और अपना भविष्य बनाना चाहता है.

सच्चिदानंद डबराल ने बताया कि बीते दिनों खबर मिली थी कि मदन कौशिक ने कांग्रेस नेता सतपाल ब्रह्मचारी से मुलाकात की थी और उनको मनाने की कोशिश की गई. उन्होंने बताया कि सतपाल ब्रह्मचारी और वो एक अच्छे दोस्त हैं. उन्होंने कहा कि वो फैसले लेने में सक्षम हैं और किसी के बहकावे में नहीं आने वाले हैं.

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