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महानिर्वाणी अखाड़े की निकली भव्य पेशवाई, बड़ी संख्या में मौजूद रहे साधु-संत - सचिव महंत रविंद्र पुरी

हरिद्वार कुंभ का आगाज हो गया है. सभी अखाड़े भव्य रूप से नगर प्रवेश कर रहे हैं. सोमवार को श्री पंचायती अखाड़ा महानिर्वाणी अखाड़े की भव्य पेशवाई निकाली गई.

Haridwar Mahakumbh 2021
Haridwar Mahakumbh 2021
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Published : Mar 8, 2021, 5:54 PM IST

Updated : Mar 8, 2021, 7:55 PM IST

हरिद्वार: धर्मनगरी हरिद्वार में कुंभ के अनेकों रंग देखने को मिल रहे हैं. कुंभ में सभी अखाड़ों द्वारा भव्य रूप से नगर में प्रवेश किया जा रहा है. घोड़े, हाथी, ऊंट पर सवार नागा संन्यासी और साधु-संत लोगों में आकर्षण का केंद्र बने हुए हैं. सभी अखाड़े पेशवाई के माध्यम से अपनी अपनी छावनियों में प्रवेश कर रहे हैं. निरंजनी, जूना, अग्नि और किन्नर अखाड़ा और आनंद अखाड़े श्री पंच दशनाम आवाहन अखाड़ा के बाद सोमवार को श्री पंचायती अखाड़ा महानिर्वाणी की भव्य पेशवाई निकाली गई.

महानिर्वाणी अखाड़े की निकली भव्य पेशवाई.

महानिर्वाणी अखाड़े की पेशवाई हरिद्वार के कनखल स्थित दक्ष मंदिर से प्रारंभ होकर पूरे हरिद्वार का भ्रमण करते हुए श्री यंत्र मंदिर, बूढ़ी माता तिराहा जगजीतपुर, सती कुंड, देश रक्षक औषधालय तिराहा से थाना कनखल, सर्राफा बाजार, चौक बाजार कनखल, पहाड़ी बाजार होते हुए अखाड़े की छावनी में जाकर समाप्त होगी.

लोगों को प्राप्त हो रहा साधु संतों का आशीर्वाद.

पेशवाई में हाथी घोड़े और ऊंट फूलों की वर्षा और कई सुंदर-सुंदर झांकियां भी हैं. बड़ी संख्या में साधु संत, नागा संतों की भव्य पेशवाई निकल रही है. नागा संन्यासी और साधु-संत लोगों को अपना आशीर्वाद दे रहे हैं. जगह-जगह साधु-संतों का स्थानीय निवासियों द्वारा भव्य स्वागत किया जा रहा है.

Haridwar Mahakumbh 2021
नागा संन्यासी बढ़ा रहे पेशवाई की शोभा.

पढ़ें- उत्तराखंड में नेतृत्व परिवर्तन का रहा है इतिहास, सिर्फ ND तिवारी पूरा कर पाये थे कार्यकाल

श्री पंचायती महानिर्वाणी अखाड़ा के सचिव महंत रविंद्र पुरी का कहना है कि यह हरिद्वार के लिए भी सौभाग्य का विषय है, क्योंकि देश का भ्रमण कर साधु-संत हरिद्वार कुंभ मेले में आए हैं. लोगों को उनका आशीर्वाद प्राप्त हो रहा है. कुंभ मेले की शुरुआत में सभी अखाड़ों के नागा संन्यासी रमता पंच देश भर का भ्रमण कर कुंभ नगरी पहुंचते हैं. भव्य रूप से नगर में प्रवेश करते हैं उसी को पेशवाई कहते हैं.

भक्तों के साथ कुंभ के रंग में रंगे हरीश रावत.

लोकगीतों पर थिरके हरीश रावत

श्री पंचायती महानिर्वाणी अखाड़े की पेशवाई में पूर्व सीएम हरीश रावत भी सम्मिलित हुए. उन्होंने पहले पेशवाई मार्ग पर संतों के आने से पहले झाड़ू लगाई, जिसके बाद न केवल उन्होंने गढ़वाल का प्रसिद्ध वाद्य यंत्र दमाऊ बजाया बल्कि पहाड़ के लोकगीतों पर जमकर थिरके.

हरिद्वार: धर्मनगरी हरिद्वार में कुंभ के अनेकों रंग देखने को मिल रहे हैं. कुंभ में सभी अखाड़ों द्वारा भव्य रूप से नगर में प्रवेश किया जा रहा है. घोड़े, हाथी, ऊंट पर सवार नागा संन्यासी और साधु-संत लोगों में आकर्षण का केंद्र बने हुए हैं. सभी अखाड़े पेशवाई के माध्यम से अपनी अपनी छावनियों में प्रवेश कर रहे हैं. निरंजनी, जूना, अग्नि और किन्नर अखाड़ा और आनंद अखाड़े श्री पंच दशनाम आवाहन अखाड़ा के बाद सोमवार को श्री पंचायती अखाड़ा महानिर्वाणी की भव्य पेशवाई निकाली गई.

महानिर्वाणी अखाड़े की निकली भव्य पेशवाई.

महानिर्वाणी अखाड़े की पेशवाई हरिद्वार के कनखल स्थित दक्ष मंदिर से प्रारंभ होकर पूरे हरिद्वार का भ्रमण करते हुए श्री यंत्र मंदिर, बूढ़ी माता तिराहा जगजीतपुर, सती कुंड, देश रक्षक औषधालय तिराहा से थाना कनखल, सर्राफा बाजार, चौक बाजार कनखल, पहाड़ी बाजार होते हुए अखाड़े की छावनी में जाकर समाप्त होगी.

लोगों को प्राप्त हो रहा साधु संतों का आशीर्वाद.

पेशवाई में हाथी घोड़े और ऊंट फूलों की वर्षा और कई सुंदर-सुंदर झांकियां भी हैं. बड़ी संख्या में साधु संत, नागा संतों की भव्य पेशवाई निकल रही है. नागा संन्यासी और साधु-संत लोगों को अपना आशीर्वाद दे रहे हैं. जगह-जगह साधु-संतों का स्थानीय निवासियों द्वारा भव्य स्वागत किया जा रहा है.

Haridwar Mahakumbh 2021
नागा संन्यासी बढ़ा रहे पेशवाई की शोभा.

पढ़ें- उत्तराखंड में नेतृत्व परिवर्तन का रहा है इतिहास, सिर्फ ND तिवारी पूरा कर पाये थे कार्यकाल

श्री पंचायती महानिर्वाणी अखाड़ा के सचिव महंत रविंद्र पुरी का कहना है कि यह हरिद्वार के लिए भी सौभाग्य का विषय है, क्योंकि देश का भ्रमण कर साधु-संत हरिद्वार कुंभ मेले में आए हैं. लोगों को उनका आशीर्वाद प्राप्त हो रहा है. कुंभ मेले की शुरुआत में सभी अखाड़ों के नागा संन्यासी रमता पंच देश भर का भ्रमण कर कुंभ नगरी पहुंचते हैं. भव्य रूप से नगर में प्रवेश करते हैं उसी को पेशवाई कहते हैं.

भक्तों के साथ कुंभ के रंग में रंगे हरीश रावत.

लोकगीतों पर थिरके हरीश रावत

श्री पंचायती महानिर्वाणी अखाड़े की पेशवाई में पूर्व सीएम हरीश रावत भी सम्मिलित हुए. उन्होंने पहले पेशवाई मार्ग पर संतों के आने से पहले झाड़ू लगाई, जिसके बाद न केवल उन्होंने गढ़वाल का प्रसिद्ध वाद्य यंत्र दमाऊ बजाया बल्कि पहाड़ के लोकगीतों पर जमकर थिरके.

Last Updated : Mar 8, 2021, 7:55 PM IST
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