रूड़की: नगर निगम गृहकर नीति के तहत हर 4 साल बाद हाउस टैक्स बढ़ाने की प्रकिया करता है. जिसमें इस बार 40 से 50 फीसदी टैक्स बढ़ाया गया है. टैक्स बढ़ाये जाने से लोगों के जेब पर ज्यादा असर पड़ रहा है. जिसको लेकर लोगों में खासा रोष है. वहीं स्थानीय लोगों का कहना है कि नगर निगम सिर्फ टैक्स बढ़ा रहा है और जनता को कोई सुविधा उपलब्ध नहीं करवा रहा है. उन्होंने कहा कि जल्द टैक्स में कोई संशोधननहीं किया तो वे सड़कों पर उतरने को बाध्य होंगे.
इस मामले में नगर निगम सहायक अधिकारी चंद्रकांत भट्ट का कहना है 15 दिन के अंदर आपत्तियां मांगी गई हैं. उसके बाद उन पर सुनवाई की जायेगी और उसके बाद जो भी हाउस टैक्स होगा वे फाइनल किया जाएगा. लेकिन लोगों का विरोध करना भी लाजमी है. उन्होंने कहा कि टैक्स का बोझ लोगों पर ही पड़ता है. लेकिन नगर निगम शहर के विकास के लिए अपना काम कर रहा है.
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बता दें कि टैक्स बढ़ाए जाने से लोग खासे परेशान हैं. स्थानीय लोगों का कहना है कि नगर निगम सिर्फ टैक्स बढ़ा रहा है और जनता को कोई सुविधा उपलब्ध नहीं करवा रहा है. उन्होंने कहा कि जल्द टैक्स में कोई संसोधन नहीं किया तो वे आंदोलन करने को विवश होंगे. वहीं लोगों के विरोध को देखते हुए नगर निगम ने 15 दिन के भीतर आपत्तियां मांगी है. जिससे लोगों में एक ओर संशोधन की उम्मीद है.