हरिद्वार: हल्द्वानी स्थित शिव मंदिर से हनुमान चालीसा का पाठ कर लौट रहे बजरंग दल कार्यकर्ताओं की एक अन्य समुदाय के लोगों ने शनिवार रात पिटाई कर दी थी, जिसके बाद से हिंदूवादी संगठन और संत समाज में आक्रोश है. शांभवी धाम के पीठाधीश्वर और काली सेना के संस्थापक स्वामी आनंद स्वरूप (Peethadheeshwar Swami Anand Swarup) ने हल्द्वानी में हुई हिंसा पर चिंता व्यक्त की है. उन्होंने आरोपियों को जल्द से जल्द गिरफ्तार करने की मांग की है. इसके साथ ही संतों ने चारधाम यात्रा को लेकर चलाए जा रहे सत्यापन अभियान पर सवाल खड़े किए हैं.
पीठाधीश्वर आनंद स्वरूप ने सत्यापन अभियान की सीएम पुष्कर सिंह धामी (CM Pushkar Singh Dhami) से खुद मॉनिटरिंग करने की मांग है. उन्होंने यह भी कहा कि आने वाली चारधाम यात्रा में काली सेना द्वारा सत्यापन अभियान चलाया जाएगा और ऐसे लोगों को चिन्हित किया जाएगा, जो चारधाम में जाकर अशांति फैला सकते हैं और फिर उन्हें पुलिस को सौंप दिया जाएगा.
स्वामी आनंद स्वरूप ने कहा कि उन्हें इस बात का पहले से अंदेशा था. उन्होंने इन सब के लिए बांग्लादेश से आने वाले रोहिंग्या मुसलमानों के समुदाय को जिम्मेदार ठहराया है. इसके साथ ही उन्हें चेतावनी भी दी है कि चारधाम यात्रा के दौरान काली सेना द्वारा किये जाने वाले वेरिफिकेशन में अगर वे पकड़े गए, तो उनकी दवा भी करेंगे और उन्हें ठीक भी करेंगे. उसके बाद पुलिस को सौंपा जाएगा.
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उन्होंने कहा कि बांग्लादेश से आने वाले रोहिंग्या मुसलमान देश में अशांति फैलाने का काम कर रहे हैं. बांग्लादेश से आकर भारत को अस्थिर करने का कुचक्र रच रहे हैं, मगर यह अब सफल होने वाला नहीं है. जिस प्रकार से हिंदूवादी संगठनों के हनुमान चालीसा पढ़ने को लेकर हमला हुआ, उसको बर्दाश्त नहीं किया जाएगा. सीएम धामी से मांग की है कि एडीजी लॉ एंड ऑर्डर की तरफ से रोजाना एक प्रेस विज्ञप्ति जारी कर बताया जाए कि हर दिन कितने रोहिंग्या पकड़े जा रहे हैं.