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पौड़ी बस हादसा: 17 लोगों की एक साथ जली चिताएं, कतार में जलते शवों ने लोगों को किया शून्य

हरिद्वार के चंडी घाट पर पौड़ी बस हादसे में मारे गए लोगों का अंतिम संस्कार किया गया. एक साथ 17 लोगों के शवों का अंतिम संस्कार देख हर कोई गमगीन हो गया. घाट पर रोते बिलखते परिजन अपनों के खोने से बेसुध दिखाई दिए.

Dead Body Cremation in Haridwar
पौड़ी बस हादसे के शिकार लोगों का हरिद्वार में दाह संस्कार
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Published : Oct 6, 2022, 3:02 PM IST

Updated : Oct 6, 2022, 6:22 PM IST

हरिद्वारः पौड़ी बस दुर्घटना में मारे गए लोगों के शवों दाह संस्कार हरिद्वार के चंडी घाट पर किया गया. यूं तो श्मशान घाट का नजारा गमगीन ही रहता है, लेकिन आज श्मशान घाट का नजारा कुछ ज्यादा ही हृदय विदारक दिखाई दिया. एक साथ 17 लोगों के शवों का अंतिम संस्कार देख हर कोई गमगीन है. हरिद्वार जिला प्रशासन की ओर से अंतिम संस्कार की व्यवस्था की जा रही है.

क्या था पौड़ी बस हादसा? बता दें कि बीती 4 अक्टूबर की देर शाम लालढांग से बीरोंखाल के कांडा तल्ला गांव जा रही बारातियों से भरी बस सिमड़ी के पास खाई में गिर गई (Pauri Bus Accident) थी. इस दर्दनाक हादसे में अभी तक 33 लोगों की मौत हो गई है. जबकि, कई घायलों को अस्पताल में भर्ती कराया गया है. यह हादसा बेहद भयावह था. जिसमें कई लोग काल के गाल में समा गए. जहां लोग खुशी-खुशी शादी समारोह में शिरकत करने जा रहे थे, लेकिन दुल्हन के गांव के करीब ही यह हादसा हो गया. जिससे पल भर में खुशियां मातम में बदल गई.

हरिद्वार में 17 लोगों की एक साथ जली चिताएं.
ये भी पढ़ेंः पौड़ी बस हादसे में बीड़ी की लत ने बचाई धीरेंद्र की जान, जानिए कैसे

वहीं, बस हादसे का शिकार हुए लोगों के शवों का अंतिम संस्कार हरिद्वार के चंडी घाट (Dead Body Cremation in Haridwar) पर हुआ. जहां रोते बिलखते परिजन अपनों के खोने से बेसुध दिखाई दिए. कोई परिवार तो ऐसा है, जिसके घर में कोई भी नहीं बचा तो किसी के सिर से मां-बाप दोनों का साया उठ गया.

परिजनों की सरकार से मांग है कि जिसके परिवार में कमाने वाले की मौत हुई है, उस परिवार को रोजगार और मुआवजा दिया जाए. हादसे में मारे गए लोगों के परिजन जहां एक ओर दुर्घटना स्थल पर एसडीआरएफ के देरी से पहुंचने की बात कह रहे है तो वहीं पहाड़ों की खस्ताहाल सड़कों को जिम्मेदार मान रहे हैं.

हरिद्वारः पौड़ी बस दुर्घटना में मारे गए लोगों के शवों दाह संस्कार हरिद्वार के चंडी घाट पर किया गया. यूं तो श्मशान घाट का नजारा गमगीन ही रहता है, लेकिन आज श्मशान घाट का नजारा कुछ ज्यादा ही हृदय विदारक दिखाई दिया. एक साथ 17 लोगों के शवों का अंतिम संस्कार देख हर कोई गमगीन है. हरिद्वार जिला प्रशासन की ओर से अंतिम संस्कार की व्यवस्था की जा रही है.

क्या था पौड़ी बस हादसा? बता दें कि बीती 4 अक्टूबर की देर शाम लालढांग से बीरोंखाल के कांडा तल्ला गांव जा रही बारातियों से भरी बस सिमड़ी के पास खाई में गिर गई (Pauri Bus Accident) थी. इस दर्दनाक हादसे में अभी तक 33 लोगों की मौत हो गई है. जबकि, कई घायलों को अस्पताल में भर्ती कराया गया है. यह हादसा बेहद भयावह था. जिसमें कई लोग काल के गाल में समा गए. जहां लोग खुशी-खुशी शादी समारोह में शिरकत करने जा रहे थे, लेकिन दुल्हन के गांव के करीब ही यह हादसा हो गया. जिससे पल भर में खुशियां मातम में बदल गई.

हरिद्वार में 17 लोगों की एक साथ जली चिताएं.
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वहीं, बस हादसे का शिकार हुए लोगों के शवों का अंतिम संस्कार हरिद्वार के चंडी घाट (Dead Body Cremation in Haridwar) पर हुआ. जहां रोते बिलखते परिजन अपनों के खोने से बेसुध दिखाई दिए. कोई परिवार तो ऐसा है, जिसके घर में कोई भी नहीं बचा तो किसी के सिर से मां-बाप दोनों का साया उठ गया.

परिजनों की सरकार से मांग है कि जिसके परिवार में कमाने वाले की मौत हुई है, उस परिवार को रोजगार और मुआवजा दिया जाए. हादसे में मारे गए लोगों के परिजन जहां एक ओर दुर्घटना स्थल पर एसडीआरएफ के देरी से पहुंचने की बात कह रहे है तो वहीं पहाड़ों की खस्ताहाल सड़कों को जिम्मेदार मान रहे हैं.

Last Updated : Oct 6, 2022, 6:22 PM IST
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