हरिद्वार: आह्वान अखाड़े में आज नवनियुक्त आचार्य महामंडलेश्वर अरुण गिरी का विधिवत पट्टाभिषेक किया गया. इस दौरान सभी 13 अखाड़ों ने नवनियुक्त आचार्य महामंडलेश्वर अरुण गिरी को चादर ओढ़ाकर और माल्यार्पण करके इस नई जिम्मेदारी को सौंपा. अरुण गिरी की आचार्य महामंडलेश्वर पद पर नियुक्ति को लेकर जूना अखाड़े के एक महामंडलेश्वर ने प्रधानमंत्री को पत्र लिखकर उन पर गंभीर आरोप लगाए थे. सनातन धर्म की रक्षा के लिए पट्टाभिषेक को रोकने की और सीबीआई जांच की मांग की थी, मगर विरोध के बावजूद आज पट्टाभिषेक शांतिपूर्वक अखाड़ा परिसर में संपन्न हो गया.
आचार्य महामंडलेश्वर अरुण गिरी ने विरोध करने वाले संत से किसी तरह की जान पहचान ना होना बताया. उन्होंने कहा यह बड़े लोग हैं और वे कुछ भी कह सकते हैं. उन्होंने कहा वे नई जिम्मेदारी को सभी के सहयोग से पूरा करेंगे. साथ ही वे सभी अखाड़ों का सम्मान करते हुए सभी का सम्मान करेंगे. उन्होंने कहा वे सभी को जोड़कर चलेंगे.
आचार्य महामंडलेश्वर अरुण गिरी ने कहा कि 2016 में मैंने वैष्णो देवी से कन्याकुमारी तक पदयात्रा की थी. लगभग हमारे सारे सहयोगियों ने मिलकर उस समय 27000 पेड़ लगाए थे. उसी अभियान को फिर बढ़ाया जाएगा. सभी को जोड़ने का प्रयास किया जाएगा. हमारी अगली यात्रा श्री पंच दशनाम आह्वान अखाड़े के सानिध्य में 1008 गंगाजल कलश भरे जाएंगे. त्रिवेणी घाट से श्रीनगर जम्मू कश्मीर शंकराचार्य जी की टिकरी का जलाभिषेक किया जाएगा. आचार्य महामंडलेश्वर अरुण गिरी ने कहा हमेशा जूना अखाड़ा आह्वान और अग्नि अखाड़े सभी एक साथ हैं. वह सभी मेरे साथी हैं.