हरिद्वारः शहर में चौक चौराहों पर खड़ी पुलिस बिना हेलमेट और बिना कागजात के वाहन चला रहे न जाने कितने लोगों के चालान करती है. चालान करने वाली पुलिस का कहना होता है कि वो नियमों का पालन करा रही है, लेकिन हरिद्वार में पिछले कुछ दिनों से पतंजलि का एक निजी वाहन धड़ल्ले से नियम कानून की धज्जियां उड़ाते हुए सड़कों पर दौड़ता नजर आ रहा है, लेकिन इसे रोकने की हिम्मत शायद कोई पुलिस वाला नहीं कर पा रहा है. हालांकि, अब परिवहन विभाग कार्रवाई करने की बात कर रहा है.
बता दें कि ट्रैफिक पुलिस और सीपीयू हरिद्वार के तमाम चौक चौराहों पर खड़े होकर नियम कानून के पालन के नाम पर रोजाना सैकड़ों की संख्या में चालान करते नजर आते हैं, लेकिन शनिवार को लाल व नीली बत्ती लगी एक सफेद रंग की कार हाइवे पर इसी पुलिस की नजरों के सामने दौड़ती नजर आई, लेकिन किसी ने उसे रोकने की जहमत नहीं उठाई और यह पूछने की जरूरत भी नहीं समझी कि आखिर निजी वाहन पर लाइट क्यों लगाई है और उस पर पुलिस कैसे लिखा गया है?
निजी वाहन पर नहीं लगाई जा सकती लाल नीली बत्तीः गौर हो कि अमूमन लाल व नीली बत्ती पुलिस के सरकारी वाहन पर लगी होती है, लेकिन इस प्राइवेट कार पर बत्ती लगी होने के साथ ही पुलिस भी लिखा हुआ था. इससे साफ था कि कार का पुलिस से कनेक्शन जरूर है, लेकिन नियमानुसार निजी वाहन पर लाल नीली बत्ती नहीं लगाई जा सकती है.
ये भी पढ़ेंः उत्तराखंड परिवहन निगम की बसों से हटेंगे हूटर और मल्टी टोन हॉर्न
पतंजलि के नाम पर पंजीकृत मिला वाहनः इस नियम से वाकिफ कुछ जागरूक नागरिकों ने अपने मोबाइल से इस कार की फोटो और वीडियो बनाई. सोशल मीडिया पर भी लोगों ने इस पर सवाल उठाए. इस गाड़ी पर लिखे नंबर के बारे में जब पता किया गया तो पता चला कि है गाड़ी पतंजलि के नाम पर पंजीकृत (Patanjali Car) है, न की किसी पुलिस अधिकारी के नाम पर.
क्या बोले अधिकारी? हरिद्वार एसपी सिटी स्वतंत्र कुमार (Haridwar SP City Swatantra Kumar) का कहना है कि मामले की जानकारी नहीं है. इसकी जांच कराई जाएगी. दूसरी तरफ एआरटीओ रत्नाकर सिंह (Haridwar ARTO Ratnakar Singh) का कहना है कि निजी वाहन पर ऐसी बत्ती नहीं लगाई जा सकती है. इस कार की जानकारी लेकर नियमानुसार कार्रवाई की जाएगी.