रुड़की: कोरोना वायरस के कारण एहतियात के तौर पर राज्य सरकार ने बाहर से आने वाले यात्रियों पर प्रतिबंध लगा दिया है. जिसके कारण राज्य की सीमाओं पर पुलिस की तैनाती कर दी गई है. इसी कड़ी में नारसन बॉर्डर से प्रदेश में प्रवेश करने वाले यात्रियों को वापस लौटाया जा रहा है. इनमें देशी और विदेशी पर्यटक शामिल हैं. साथ ही इस दौरान लोगों को कोरोना वायरस के बारे में भी जागरूक किया जा रहा है.
रविवार को दिल्ली से अपने परिवार के साथ उत्तराखंड की दरगाह और मंदिरों में माथा टेकने आए यात्रियों को उत्तराखंड के नारसन बॉर्डर से ही वापस भेज दिया गया. इसके साथ ही शामली से रुड़की के लिए आ रहे एक परिवार को भी वापस लौटाया गया है. वापस लौटाये गये इस परिवार ने बताया कि वह एक रिश्तेदारी में शामिल होने रुड़की जा रहा था. मगर, उन्हें संक्रमण के खतरे के चलते बॉर्डर पर ही रोक लिया गया.
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वहीं, दिल्ली से आए एक यात्री ने बताया कि वह परिवार के साथ धार्मिक यात्रा पर उत्तराखंड आये थे. मगर, अब उन्हें वापस लौटना पड़ रहा है. जिसके कारण वे खासे निराश हैं. उधर, राज्य सरकार के निर्देशों के बाद सभी बॉर्डर के इलाकों में पुलिस मुस्तैदी से चेकिंग अभियान चलाकर बाहर से आने वाले यात्रियों को प्रदेश में आने से रोक रही है.
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बता दें कि उत्तराखंड सरकार ने पिछले दिनों राज्य में कोरोना वायरस को महामारी घोषित किया है. उत्तराखंड एपिडेमिक डिजीज कोविड-19 रेगुलेशन 2020 में प्रदत्त शक्तियों का प्रयोग करते हुए अग्रिम आदेशों तक उत्तराखंड में सभी घरेलू और विदेशी पर्यटकों के प्रवेश पर रोक लगा दी गई है.