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निजी स्कूल की मनमानी से अभिभावकों में रोष, आंदोलन की दी चेतावनी - Haridwar Private School News

कोरोना काल में निजी स्कूल की मनमानी से अभिभावक खासे परेशान हैं. उन्होंने निजी स्कूल पर फीस के लिए दवाब बनाने का आरोप लगाया है.

Haridwar
निजी स्कूल की मनमानी के खिलाफ उतरे अभिभावक
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Published : Aug 20, 2020, 5:04 PM IST

हरिद्वार: निजी स्कूल की मनमानी के खिलाफ अभिभावकों ने हाईवे स्थित एक स्कूल के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है. निजी स्कूलों की मनमानी के खिलाफ अभिभावकों में खासा रोष है. अभिभावक सचिन चोपड़ा ने कहा कि स्कूल प्रबंधक अनावश्यक रूप से दवाब बनाकर फीस वसूली के लिए मैसेज व फोन कर रहा है. फीस न देने पर ऑनलाइन शिक्षा को भी बंद करने की चेतावनी अभिभावकों को दी जा रही है. कोरोना काल में अभिभावक आर्थिक परेशानियों से जूझ रहे हैं, लेकिन स्कूल प्रबंधक द्वारा बार-बार फीस की मांग की जा रही है. जिससे अभिभावक मानसिक व आर्थिक परेशानियों से जूझ रहे हैं.

निजी स्कूल की मनमानी के खिलाफ उतरे अभिभावक.
सचिन चोपड़ा ने आरोप लगाते हुए कहा कि स्कूल प्रबंधक द्वारा फीस के साथ ही सभी तरह के चार्ज लगाकर अधिक रुपए वसूले जा रहे हैं. जबकि अभिभावक कोरोनाकाल में ऑनलाइन शिक्षा पर रुपए खर्च कर रहे हैं. उसके बावजूद भी स्कूल प्रबंधन द्वारा फीस वसूलने को लेकर अभिभावकों पर दवाब बनाया जा रहा है. शिक्षा अधिकारी को भी इस संदर्भ में शिकायत करने के बावजूद भी कोई कार्रवाई नहीं की गई है. उन्होंने चेतावनी देते हुए कहा कि अगर शिक्षा का बाजारीकरण किया गया तो स्कूल के खिलाफ चरणबद्ध तरीके से आंदोलन चलाने को विवश होंगे.

पढ़ें-केदारघाटी में बारिश से मची तबाही, गदेरे के तेज बहाव में चपेट में बही मशीनें और कार

नियमों को ताक पर रखकर अभिभावकों से जबरन फीस वसूलने के आदेश दिये जा रहे हैं, जिसे किसी भी सूरत में बर्दाश्त नहीं किया जायेगा. स्कूल प्रबंधन द्वारा दवाब बनाकर फीस वसूली और ऑनलाइन शिक्षा को बंद करने जैसे फरमान सुना रहा है, जो सरासर गलत है. मेयर प्रतिनिधि संगम शर्मा ने कहा कि नियमों पर ताक पर रखकर निजी स्कूल मनमानी कर रहे हैं. हाईवे स्थित स्कूल प्रबंधन द्वारा तरह-तरह दवाब बनाकर अभिभावकों से मनमर्जी से स्कूल फीस वसूलना नियमों के विरूद्ध है.

पढ़ें-यौन शोषण केस: ईटीवी भारत से बोले बीजेपी MLA महेश नेगी- जल्द करेंगे बड़ा खुलासा

शिक्षा विभाग के अधिकारी मात्र नोटिस तो देते हैं, लेकिन निजी स्कूलों की मनमानी पर किसी भी प्रकार की कोई रोक नहीं लग पा रही हैं. उन्होंने कहा कि कोरोनाकाल में सभी लोग अपने व्यापार से परेशान हैं. बच्चे स्कूल नहीं जा रहे हैं, उसके बावजूद भी फीस के साथ अन्य खर्चे लगाकर फीस वसूलना सरासर गलत है. उन्होंने कहा कि जल्द इस विषय को लेकर मुख्यमंत्री से भी गुहार लगायी जायेगी.

हरिद्वार: निजी स्कूल की मनमानी के खिलाफ अभिभावकों ने हाईवे स्थित एक स्कूल के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है. निजी स्कूलों की मनमानी के खिलाफ अभिभावकों में खासा रोष है. अभिभावक सचिन चोपड़ा ने कहा कि स्कूल प्रबंधक अनावश्यक रूप से दवाब बनाकर फीस वसूली के लिए मैसेज व फोन कर रहा है. फीस न देने पर ऑनलाइन शिक्षा को भी बंद करने की चेतावनी अभिभावकों को दी जा रही है. कोरोना काल में अभिभावक आर्थिक परेशानियों से जूझ रहे हैं, लेकिन स्कूल प्रबंधक द्वारा बार-बार फीस की मांग की जा रही है. जिससे अभिभावक मानसिक व आर्थिक परेशानियों से जूझ रहे हैं.

निजी स्कूल की मनमानी के खिलाफ उतरे अभिभावक.
सचिन चोपड़ा ने आरोप लगाते हुए कहा कि स्कूल प्रबंधक द्वारा फीस के साथ ही सभी तरह के चार्ज लगाकर अधिक रुपए वसूले जा रहे हैं. जबकि अभिभावक कोरोनाकाल में ऑनलाइन शिक्षा पर रुपए खर्च कर रहे हैं. उसके बावजूद भी स्कूल प्रबंधन द्वारा फीस वसूलने को लेकर अभिभावकों पर दवाब बनाया जा रहा है. शिक्षा अधिकारी को भी इस संदर्भ में शिकायत करने के बावजूद भी कोई कार्रवाई नहीं की गई है. उन्होंने चेतावनी देते हुए कहा कि अगर शिक्षा का बाजारीकरण किया गया तो स्कूल के खिलाफ चरणबद्ध तरीके से आंदोलन चलाने को विवश होंगे.

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नियमों को ताक पर रखकर अभिभावकों से जबरन फीस वसूलने के आदेश दिये जा रहे हैं, जिसे किसी भी सूरत में बर्दाश्त नहीं किया जायेगा. स्कूल प्रबंधन द्वारा दवाब बनाकर फीस वसूली और ऑनलाइन शिक्षा को बंद करने जैसे फरमान सुना रहा है, जो सरासर गलत है. मेयर प्रतिनिधि संगम शर्मा ने कहा कि नियमों पर ताक पर रखकर निजी स्कूल मनमानी कर रहे हैं. हाईवे स्थित स्कूल प्रबंधन द्वारा तरह-तरह दवाब बनाकर अभिभावकों से मनमर्जी से स्कूल फीस वसूलना नियमों के विरूद्ध है.

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शिक्षा विभाग के अधिकारी मात्र नोटिस तो देते हैं, लेकिन निजी स्कूलों की मनमानी पर किसी भी प्रकार की कोई रोक नहीं लग पा रही हैं. उन्होंने कहा कि कोरोनाकाल में सभी लोग अपने व्यापार से परेशान हैं. बच्चे स्कूल नहीं जा रहे हैं, उसके बावजूद भी फीस के साथ अन्य खर्चे लगाकर फीस वसूलना सरासर गलत है. उन्होंने कहा कि जल्द इस विषय को लेकर मुख्यमंत्री से भी गुहार लगायी जायेगी.

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