हरिद्वार: भारतीय जागरूकता समिति ने गंगा नदी को जीवित व्यक्ति का दर्जा देने और हरिद्वार को पॉलीथिन मुक्त करने के लिए जन जागरूकता पदयात्रा का आयोजन किया. समिति के अध्यक्ष ललित मिगलानी ने कहा कि न्यायालय व सरकार के आदेशों के बावजूद भी पाॅलीथीन के प्रयोग पर प्रतिबंध नहीं लग पा रहा है.
ललित मिगलानी ने कहा हरिद्वार कुंभ क्षेत्र में प्लास्टिक को बैन करने के लिए प्रशासन को व्यापक प्रचार-प्रसार करना चाहिए. इसके साथ ही मां गंगा और गलेशियर को जीवित व्यक्ति का दर्जा देना चाहिये. इस कुंभ में गंगा नदी को ये ही सच्चा उपहार होगा. सरकार को इसके लिए तुरंत कदम उठाने चाहिये.
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अध्यात्म चेतना संघ के आचार्य करुणेश मिश्र ने कहा मां गंगा को स्वच्छ रखना सभी का धर्म और कर्तव्य है. जिसके लिए सबको एकजुट होकर काम करना होगा. कमला जोशी ने कहा प्लास्टिक वातावरण के लिए जहर है. इसके उपयोग पर पूर्ण रूप से बैन होना चाहिये. अर्पिता सक्सेना ने कहा मां गंगा को स्वच्छ रखने के लिए हमें व्यक्तिगत रूप से जिमेदारी लेनी चाहिये.
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समाज में गंगा को स्वच्छ रखने के लिए हर व्यक्ति को अपने स्तर पर लोगों को जागरूक करना चाहिए. साथ ही हमें हर संभव प्रयास करना चाहिये कि हम भी इसका कम से कम इस्तेमाल करें, जिससे समाज में प्लास्टिक के उपयोग को कम किया जा सके.