हरिद्वार: निरंजनी अखाड़े के बाद जूना अखाड़ा और अग्नि, आह्वान अखाड़े ने हरकी पैड़ी पर शाही स्नान किया. इसके सहयोगी अखाड़ा, किन्नर अखाड़ा ने अंत में स्नान किया. सबसे पहले जूना अखाड़े के आचार्य अवधेशानंद गिरी महाराज शाही स्नान करने पहुंचे. स्नान के बाद मां गंगा की पूजा-अर्चना की. जिसके बाद अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद के महामंत्री और जूना अखाड़े के संरक्षक हरि गिरि ने नागा संन्यासियों के साथ गंगा में स्नान किया.
अखाड़ा परिषद के महामंत्री हरि गिरि ने हरिद्वार महाकुंभ का पहला शाही स्नान किया है. इससे पहले हुए सोमवती अमावस्या और महाशिवरात्रि के स्नान में किसी कारणों के चलते हरि गिरि महाराज ने गंगा स्नान नहीं किया था. वहीं, किन्नर अखाड़े के आचार्य महामंडलेश्वर लक्ष्मी नारायण त्रिपाठी और अखाड़े के महामंडलेश्वर ने पहले मां दुर्गा की पूजा-अर्चना की और गंगा स्नान अनुमति मांगी.
वहीं, संन्यासी निरंजनी अखाड़े और जूना अखाड़े के बाद महानिर्वाणी अखाड़े ने अपने साथी अटल अखाड़े के साथ हरकी पैड़ी ब्रह्मकुंड में शाही स्नान किया. इस दौरान दोनों अखाड़ों के आचार्य महामंडलेश्वर ने सबसे पहले गंगा में पूजा की. उसके बाद सभी नागा संन्यासियों ने गंगा में स्नान किया.