लक्सरः हरिद्वार के लक्सर शहर के ढाढेकी ढाणा गांव में पंचायती राज विभाग द्वारा ग्राम चौपाल का आयोजन (Dhadheki Dhana Village Chaupal) किया गया. लेकिन चौपाल में कई विभागों के अधिकारी नदारद रहे. जिसके बाद पंचायती राज सचिव ने नदारद अधिकारियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करने की बात कही. साथ ही कहा कि ऐसे अधिकारियों को कतई बर्दाश्त नहीं किया जाएगा.
लक्सर के ढाढेकी गांव में पंचायती राज सचिव ओमकार सिंह (Panchayati Raj Secretary Omkar Singh) की अध्यक्षता में लोगों की समस्याओं को सुनने के लिए ग्राम चौपाल का आयोजन किया गया. लेकिन उत्तराखंड में सरकारी मशीनरी अपने अधिकारियों को ही नजर अंदाज करती है, और यही चौपाल में देखने को मिला. चौपाल में पंचायती राज सचिव तो पहुंचे, लेकिन संबंधित विभागों के अधिकारी नदारद रहे. जिस पर पंचायती राज सचिव ने नाराजगी जाहिर करते हुए नदारद अधिकारियों के खिलाफ नोटिस जारी करने के निर्देश दिए.
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वहीं, चौपाल में ग्रामीणों ने बिजली, पानी, सड़क, शिक्षा और स्वास्थ्य से संबंधित कई समस्याएं पंचायती राज सचिव के सामने रखीं. जिनमें से अधिकतर समस्याओं का निराकरण के निर्देश अधिकारियों को दिए गए. कुछ ग्रामीणों की शासन स्तर की समस्याओं के लिए अधिकारियों को निर्देश दिए गए. गौरतलब है कि उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने अफसरों को आदेश दिए हैं कि सिर्फ दफ्तर में ही नहीं बैठें, बल्कि फील्ड में जाकर भी जनता की समस्याओं को देखें. सीएम धामी खुद लगातार जिलों के दौरे कर रहे हैं.
मंत्री गणेश जोशी ने अफसरों से कहा 10 दिन फील्ड में रहें: कृषि, सैनिक कल्याण मंत्री गणेश जोशी ने भी अपने विभाग के अफसरों को फील्ड में जाने के आदेश दिए हैं. गणेश जोशी ने अफसरों से कहा है कि 20 दिन दफ्तर में काम करें और महीने के आखिरी 10 दिन फील्ड में जनता के बीच जाएं.