रुड़की: हरिद्वार के रुड़की में एक बार फिर ईटीवी भारत की खबर का असर हुआ है. ईटीवी भारत ने बुधवार को शंकरपुरी गांव में डेंगू पीड़ित मरीजों के आंकड़े कम किए जाने को लेकर की जा रही लीपापोती की खबर को प्रमुखता के साथ दिखाया था. जिसके चलते गुरुवार को एक बार फिर स्वास्थ्य विभाग हरकत में आया है. गांव में गुरुवार को स्वास्थ्य शिविर लगाया गया. शिविर में 40 बुखार पीड़ित ग्रामीणों के सैंपल लिए गए हैं. इनमें से 22 डेंगू की रैपिड जांच में पॉजिटिव आए हैं.
बढ़ रही डेंगू मरीजों की संख्या: शंकरपुरी गांव में डेंगू पीड़ित मरीजों की संख्या विभागीय अधिकारियों के मुताबिक 68 हो चुकी है. स्वास्थ्य विभाग की टीम ने गांव में कीटनाशक दवाओं का छिड़काव भी कराया है. साथ ही टीम द्वारा ग्रामीणों को डेंगू के लार्वा को लेकर जागरूक किया गया है.
इस दौरान एक डेंगू पीड़ित महिला झोलाछाप डॉक्टर के क्लीनिक में भर्ती मिली. महिला की गंभीर हालत को देखते हुए उसे स्वास्थ्य विभाग की टीम ने हरिद्वार के मेला अस्पताल में भर्ती कराया है. साथ ही अन्य मरीजों का भी स्वास्थ्य विभाग की टीम ने हालचाल जाना है. इन मरीजों को दवाएं, ओआरएस आदि उपलब्ध कराया गया है. टीम में जिला वेक्टर जनित रोग नियंत्रण अधिकारी गुरनाम सिंह, वेक्टर जनित रोग नियंत्रण निरीक्षक सीएम कंसवाल आदि मौजूद रहे.
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हरिद्वार सीएमओ डॉ. कुमार खगेंद्र सिंह का कहना है कि शंकरपुरी गांव में डेंगू को लेकर स्थिति पूरी तरह से नियंत्रण में है. उन्होंने कहा कि गुरुवार को भी गांव में कैंप लगाया गया था. डेंगू की रैपिड जांच कराई गई थी. 40 सैंपल में से 22 डेंगू पॉजिटिव आए हैं. नगर निगम की तरफ से गांव में फॉगिंग कराई गई है. कीटनाशक दवाओं का छिड़काव किया जा रहा है. मरीजों को दवाएं दी जा रही हैं. ग्रामीणों को जरा भी परेशान होने की जरूरत नहीं है. डेंगू का पूरा उपचार उपलब्ध है. मेला अस्पताल में डेंगू पीड़ित मरीजों के उपचार की पूरी व्यवस्था है.
अभी 69 बुखार पीड़ितों की रिपोर्ट का इंतजार: रुड़की सिविल अस्पताल की लैब में लाखों रुपये की एलाइजा मशीन लगी है. लेकिन इस मशीन का मरीजों को लाभ नहीं मिल पा रहा है. स्वास्थ्य विभाग की टीम ने तीन दिन पहले शंकरपुरी गांव से 69 सैंपल लिए थे. लेकिन इनकी एलाइजा रिपोर्ट अभी तक नहीं मिली है.