रुड़की: न्यूजीलैंड में रुड़की के रहने वाले शिवम की कुछ अज्ञात लोगों ने हत्या कर दी. शिवम रुड़की के विख्यात साहित्यकार, शिक्षाविद् और साहित्य अकादमी के पूर्व सदस्य डॉ. योगेंद्र नाथ शर्मा 'अरुण' के पोते हैं. युवक न्यूजीलैंड में चिकित्सक के रूप में सेवाएं दे रहा था. शिवम की हत्या की सूचना मिलने के बाद से परिजन सदमे में हैं.
बताया जा रहा है कि रुड़की के बेटे शिवम की न्यूजीलैंड में शुक्रवार को अज्ञात लोगों ने हत्या कर दी. हत्या की सूचना के बाद से ही शिवम के परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल है. वहीं शहर के लोगों ने भी शिवम की हत्या पर संवेदनाएं व्यक्त की हैं. शिवम के शव को स्वदेश वापस आने में सप्ताह भर से अधिक समय लग सकता है. परिजन जिसकी प्रक्रिया में लगे हुए हैं.
शिवम के दादा ने बताया कि न्यूजीलैंड के ऑकलैंड शहर में किसी शख्स ने शिवम के कमरे में घुसकर उसे और उसके एक दोस्त पर हमला कर दिया. हमले में शिवम का दोस्त तो बच गया लेकिन शिवम नहीं बच सका. पोस्टमार्टम रिपोर्ट में सामने आया है कि शिवम की छाती पर 15 बार चाकू से हमला किया गया था. पुलिस ने हत्यारे को पकड़ लिया है और कोर्ट में पेश किया गया है. आरोपी के परिवारवालों ने उसे मानसिक रूप से विक्षिप्त बताया है.
पढ़ें- दिवंगत अभिनेता इरफान खान को पर्यावरण से था खास लगाव, परिवार के साथ पौधे लगाकर यहां संजोई थी खुशियां
बता दें कि शिवम का परिवार रुड़की के नेहरू नगर में रहता है. शिवम के पिता का नाम शैलेंद्र कुमार है, जो योगेंद्र नाथ के बड़े बेटे हैं. शिवम को पूर्व में राष्ट्रपति प्रणव मुखर्जी ने फिजियोथैरेपी में गोल्ड मेडल प्रदान किया था. जिसके बाद शिवम ने न्यूजीलैंड एमपीटी और मास्टर ऑफ फिजियोथेरेपी की डिग्री हासिल की. शिवम न्यूजीलैंड में चिकित्सक के रूप में सेवाएं दे रहा था.
पढ़ें- खतरे में है उच्च हिमालयी जैव विविधता, शोध में हुआ चौंकाने वाला खुलासा
शिवम की हत्या के बाद केंद्रीय मंत्री डॉ. रमेश पोखरियाल निशंक ने उसके शव को स्वदेश वापस लाने की कोशिश की. उनकी कोशिशों के बाद अगले सप्ताह तक शिवम का शव भारत वापस लाया जाएगा.