हरिद्वार: हरिद्वार महाकुंभ के आयोजन की तैयारियां अंतिम दौर में है. तो वहीं श्री पंच निर्मोही अखाड़ा के अध्यक्ष श्रीमहंत राजेंद्र दास महाराज ने कुंभ मेले में शासन और मेला प्रशासन पर बैरागी अखाड़ों की अनदेखी का आरोप लगाया है. श्रीमहंत राजेंद्र दास महाराज ने कहा कि कुंभ मेला प्रशासन बैरागी संतों की लगातार उपेक्षा कर रहा है. मूलभूत सुविधाओं के नाम पर कोई चीज दिखाई नहीं दे रही है. यह बड़े दुख की बात है.
श्रीमहंत राजेंद्रदास महाराज ने कहा कि शहरी विकास मंत्री एवं मुख्यमंत्री सभी जगह का निरीक्षण करते हैं. लेकिन कनखल और बैरागी कैंप में निरीक्षण करने नहीं आते. बैरागी कैंप क्षेत्र में लाइट की अखाड़ों के लिए कोई स्थाई व्यवस्था नहीं है. उन्होंने कहा कि वैष्णव संतों के साथ अन्याय हो रहा है. सभी अखाड़ों को सरकार द्वारा कुंभ मेले के लिए धनराशि दी जा रही है. लेकिन तीनों बैरागी अखाड़ों को अभी तक धनराशि नहीं दी गई है. उसके लिए भी नियम कानून बनाए जा रहे हैं कि बैरागी अखाड़े किसी भी प्रकार का स्थाई निर्माण नहीं कर सकते.
श्रीमहंत राजेंद्रदास महाराज ने कहा कि उन्हें नहीं लगता कि कुंभ मेला दिव्य और भव्य संपन्न होगा. क्योंकि मेला प्रशासन बैरागी संतों की व्यवस्था पर कोई ध्यान नहीं दे रहा है. जबकि वैरागी संत कुंभ के मुख्य सूत्रधार हैं. इसलिए प्रशासन जल्द से जल्द व्यवस्था करें अन्यथा इससे उत्तराखंड सरकार की बदनामी होगी. क्योंकि कुंभ मेला किसी एक दल का नहीं है. वैष्णव संत कुंभ मेले का मुख्य अंग होते हैं.
पढ़ें: 'आम के आम गुठलियों के दाम', टेट्रा पैक को रिसाइकिल कर बना डाली बेंच
बता दें कि, कुंभ मेले में बैरागी कैंप में कार्य न होने की वजह से वैष्णव संप्रदाय के तीनों बैरागी अखाड़ों द्वारा लगातार अपनी नाराजगी दर्ज कराई जा रही है. लेकिन उसके बावजूद भी शासन और मेला प्रशासन द्वारा बैरागी कैंप में कार्य नहीं किया जा रहा है. जिसको लेकर बैरागी अखाड़ों के संतों में गुस्सा है.