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रुड़की: गुरु पूर्णिमा पर नारसन बॉर्डर सील, लोगों ने किया हंगामा

गुरु पूर्णिमा के दिन उत्तराखंड आने वाले तीर्थ यात्रियों को रुड़की के नारसन बॉर्डर पर रोक लिया गया. इस दौरान बॉर्डर पर यात्रियों की भीड़ लग गई. जिसके बाद लोगों ने जमकर हंगामा किया.

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रुड़की नारसन बॉर्डर न्यूज
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Published : Jul 5, 2020, 6:20 PM IST

Updated : Jul 5, 2020, 7:55 PM IST

रुड़की : पूरे देश में आज गुरु पूर्णिमा का पर्व मनाया गया, लेकिन कोरोना वायरस संकट के बीच अधिकतर लोगों ने अपने-अपने घरों पर ही ये पर्व सेलिब्रेट किया. वहीं, गुरु पूर्णिमा के अवसर पर मंगलौर के नारसन बॉर्डर पर बाहर से आने वाले यात्रियों की भीड़ लगी हुई है. ऐसे में पुलिस सभी यात्रियों को वापस कर रही है. अभी हाल ही में राज्य सरकार ने कोविड-19 के चलते हरिद्वार में होने वाले कांवड़ मेले को भी स्थगित करने का फैसला लिया है, जिस कारण अंतरराज्यीय सीमाओं और जनपदीय सीमाओं को सील किया गया है. ऐसे में बाहर से आने वाले यात्रियों को विशेष परिस्थितियों में ही आने की अनुमति है.

गुरु पूर्णिमा पर नारसन बॉर्डर सील.

बता दें कि गुरु पूर्णिमा के अवसर पर हरिद्वार आने वाले यात्री गंगा स्नान करते हैं, लेकिन कोरोना संकट के बीच राज्य सरकार ने फैसला लिया है कि इस बार गुरु पूर्णिमा पर हरिद्वार में लोगों को नहीं आने दिया जाएगा. सरकार ने सभी लोगों से भी अपील की है कि सभी लोग इस बार गुरु पूर्णिमा अपने घर पर ही मनाएं, जिससे कोरोना वायरस के संक्रमण से बचा जा सके.

इस पर कुछ लोग नाराज भी हो रहे हैं, लोगों का कहना है कि वह गंगा स्नान के लिए नहीं जा रहे है. कोई किसी इमरजेंसी में जा रहा है, तो कोई किसी ज़रूरी काम से आया है. लेकिन बॉर्डर पर होने वाली चेकिंग की प्रक्रिया से सभी को गुजरना पड़ रहा है.

पढ़ें- मसूरी से लौट रहा परिवार दर्दनाक हादसे का शिकार, पति-पत्नी की मौत

वहीं, सीओ मंगलौर अभय कुमार ने बताया कि सरकार के निर्देशानुसार किसी भी बाहरी व्यक्ति को उत्तराखंड में नहीं आने दिया जाएगा, जिससे कोरोना संक्रमण का खतरा न हो. अगर कोई ऐसा करता है तो उसके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी. साथ ही उन लोगों को 14 दिन के लिए क्वारंटाइन भी किया जाएगा, जिसका खर्च वही लोग वहन करेंगे.

रुड़की : पूरे देश में आज गुरु पूर्णिमा का पर्व मनाया गया, लेकिन कोरोना वायरस संकट के बीच अधिकतर लोगों ने अपने-अपने घरों पर ही ये पर्व सेलिब्रेट किया. वहीं, गुरु पूर्णिमा के अवसर पर मंगलौर के नारसन बॉर्डर पर बाहर से आने वाले यात्रियों की भीड़ लगी हुई है. ऐसे में पुलिस सभी यात्रियों को वापस कर रही है. अभी हाल ही में राज्य सरकार ने कोविड-19 के चलते हरिद्वार में होने वाले कांवड़ मेले को भी स्थगित करने का फैसला लिया है, जिस कारण अंतरराज्यीय सीमाओं और जनपदीय सीमाओं को सील किया गया है. ऐसे में बाहर से आने वाले यात्रियों को विशेष परिस्थितियों में ही आने की अनुमति है.

गुरु पूर्णिमा पर नारसन बॉर्डर सील.

बता दें कि गुरु पूर्णिमा के अवसर पर हरिद्वार आने वाले यात्री गंगा स्नान करते हैं, लेकिन कोरोना संकट के बीच राज्य सरकार ने फैसला लिया है कि इस बार गुरु पूर्णिमा पर हरिद्वार में लोगों को नहीं आने दिया जाएगा. सरकार ने सभी लोगों से भी अपील की है कि सभी लोग इस बार गुरु पूर्णिमा अपने घर पर ही मनाएं, जिससे कोरोना वायरस के संक्रमण से बचा जा सके.

इस पर कुछ लोग नाराज भी हो रहे हैं, लोगों का कहना है कि वह गंगा स्नान के लिए नहीं जा रहे है. कोई किसी इमरजेंसी में जा रहा है, तो कोई किसी ज़रूरी काम से आया है. लेकिन बॉर्डर पर होने वाली चेकिंग की प्रक्रिया से सभी को गुजरना पड़ रहा है.

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वहीं, सीओ मंगलौर अभय कुमार ने बताया कि सरकार के निर्देशानुसार किसी भी बाहरी व्यक्ति को उत्तराखंड में नहीं आने दिया जाएगा, जिससे कोरोना संक्रमण का खतरा न हो. अगर कोई ऐसा करता है तो उसके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी. साथ ही उन लोगों को 14 दिन के लिए क्वारंटाइन भी किया जाएगा, जिसका खर्च वही लोग वहन करेंगे.

Last Updated : Jul 5, 2020, 7:55 PM IST
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