हरिद्वार: 2021 में होने वाला महाकुंभ को लेकर शासन प्रशासन भले ही लाख दावा कर लें, लेकिन धारतल पर अब भी मेला की तैयारियों को लेकर काम अधूरा है. कुंभ मेला का वक्त काफी नजदीक आ चुका है, बावजूद अभी कई निर्माण कार्य अधूरे हैं. आलम यह है कि हाईवे या फिर शहर की सड़कों को गड्ढा सड़कों के नाम से जाना जा रहा है.
कुंभ मेला कार्य में लेटलतीफी को लेकर अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष नरेंद्र गिरी ने नाराजगी जताई है. उन्होंने मेला प्रशासन और शासन से जल्द इन कार्यों को पूरा करने की मांग की है. साथ ही कल वह जूना अखाड़ा में सभी 13 अखाड़ों के साथ अहम बैठक करेंगे. बैठक में कई अहम प्रस्ताव लिए जाएंगे. वहीं, 22 नवंबर को देहरादून में सीएम त्रिवेंद्र सिंह रावत के साथ अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद के प्रतिनिधियों की बैठक होगी.
कल जूना अखाड़े में अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद की अहम बैठक है. बैठक में कुंभ कार्यों, मेला विस्तार, मेला सकुशल संपन्न कराने और कोविड-19 के प्रकोप को देखते हुए सरकार की गाईडलाइन पर चर्चा होगी. अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष महंत नरेंद्र गिरि कुंभ मेला कार्यों की प्रगति से संतुष्ट नहीं है. नरेंद्र गिरी ने कहा कि कल बैठक में कुंभ मेले को लेकर सभी मुद्दे रखे जाएंगे. क्योंकि अब कुंभ मेले को शुरू होने में काफी कम समय रह गया है.
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हरिद्वार की जो स्थिति देखी जा रही है, वह काफी चिंताजनक है. सड़कों में काफी गड्ढे हैं. सड़कों का निर्माण नहीं हो रहा है. बैठक में प्रस्ताव लाए जाएंगे कि सरकार और मेला प्रशासन जल्द से जल्द कार्य को पूरा करें. साथ ही मेले का कैसा विस्तार हो, इस पर भी चर्चा की जाएगी. कोरोना महामारी से कैसे बचा जाए इसको लेकर भी बैठक में चर्चा की जाएगी.
नरेंद्र गिरी ने कहा कि कल मेला अधिकारी और प्रभारी मंत्री मुझसे वार्ता करने आए थे. मैंने उन्हें साफ शब्दों में कहा कि जितना भी कार्य करना है, उसे जल्द करे. सड़कों की हालत को सही करें. क्योंकि अभी तक मेले का कार्य संतोषजनक नहीं हुआ है. कुंभ मेला परंपराओं के अनुसार होता आया है. अगर कोरोना महामारी ज्यादा फैलती है तो तत्काल एक बैठक कर निर्णय लिया जाएगा कि शाही स्नान में सिर्फ संत, महात्मा ही स्नान करेंगे. अगर वर्तमान जैसी स्थिति होती है तो मेला भव्य और दिव्य होगा. सब लोग मास्क और सोशल डिस्टेंस का पालन करेंगे.
कुंभ कार्य और हरिद्वार की खस्ताहाल सड़कों को लेकर अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष द्वारा नाराजगी जाहिर करने पर मेला अधिकारी जल्द इन कार्यों को पूरा करने के दावे कर रहे हैं. अब देखना होगा नरेंद्र गिरी की नाराजगी के बाद कितनी जल्दी इन कार्यों को मेला प्रशासन पूरा करा पाता है. वहीं, कोरोना महामारी को देखते हुए कुंभ का स्वरूप कैसा होगा यह भी आने वाला वक्त ही तय करेगा.
हरिद्वार में 2021 में होने वाले महाकुंभ को लेकर संत समाज की गतिविधियां शुरू हो गयी है. श्रीकाशी सुमेरू पीठाधीश्वर जगदगुरू शंकराचार्य स्वामी नरेन्द्रानंद सरस्वती महाराज और अखिल भारतीय दण्डी सन्यासी प्रबन्धन समिति के राष्ट्रीय अध्यक्ष स्वामी विमलदेव आश्रम ने प्रतिनिधिमंडल के साथ अपर मेलाधिकारी हरवीर सिंह से मुलाकात की और अपनी मांगों को लेकर एक ज्ञापन सौंपा.
स्वामी नरेन्द्रानंद सरस्वती और स्वामी विमलदेव ने कुंभ मेला के लिए प्रशासन द्वारा तैयारियों, साधु-संतो के लिए भूखण्ड और अन्य व्यवस्थाओं के सन्दर्भ में चर्चा की. स्वामी नरेन्द्रानंद सरस्वती महाराज ने अपर मेलाधिकारी को पंतद्वीप में शिविर स्थापित किये जाने हेतु 2500 वर्ग फुट भू खंड, टीन शेड और मूलभूत सुविधायें उपलब्ध कराने हेतु एक ज्ञापन दिया. अपर मेलाधिकारी हरबीर सिंह ने प्रतिनिधिमंडल को भूखंड तथा अन्य सुविधाएं व्यवस्था कराए जाने का आश्वासन दिया.